
रांची, 8 जुलाई । आजसू पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रवीण प्रभाकर ने कहा है कि पार्टी के प्रधान महासचिव और पूर्व मंत्री रामचंद्र सहिस की सुरक्षा की अनदेखी की जा रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उनके एकमात्र बॉडीगार्ड को क्लोज कर लिया गया है, जबकि सत्ता पक्ष का छोटा–मोटा नेता भी गार्ड लेकर घूम रहा है। उन्होंने सहिस की सुरक्षा अविलंब बहाल करने की मांग राज्य सरकार से की। उन्होंने राज्य सरकार पर आजसू नेताओं के प्रति राज्य सरकार और प्रशासन की ओर से भेदभाव करने का आरोप लगाया।
प्रभाकर पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित आजसू मिलन समारोह के बाद मंगलवार को मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
कांग्रेस को बिहार चुनाव के चुनाव की अधिक चिंता
उन्होंने कहा कि इसके पूर्व आजसू प्रमुख सुदेश महतो की सुरक्षा की अनदेखी करते हुए उनका आवास खाली करवा लिया गया, जबकि पूर्व में राजग सरकार ने झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन को आजीवन आवास आवंटित कर दिया है।
प्रभाकर ने कहा कि पूर्णिया में पांच आदिवासियों को जिंदा जलाने की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। लेकिन कांग्रेस पूर्णिया की घटना का राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस के मंत्री और नेताओं को झारखंड की नहीं, बल्कि बिहार चुनाव की ज्यादा फिक्र है। कांग्रेस के पास बिहार में क्या कोई नेता नहीं है जो झारखंड से नेताओं को पूर्णिया भेजा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि झारखंड में भी डायन–बिसाही से संबंधित घटनाओं पर नियंत्रण नहीं हो पाया है। सरकारी आंकड़े के अनुसार विगत तीन वर्षों में मात्र खूंटी जिले में 650 से ज्यादा महिलाएं प्रताड़ित हुई हैं। राज्य में खूंटी, गुमला, लोहरदगा, दुमका, पूर्वी सिंहभूम जिलों में डायन प्रथा की घटनाएं होती हैं।
मिलन समारोह में दर्जनों हुए शामिल
आजसू छात्र संघ की ओर से आयोजित मिलन समारोह में दर्जनों छात्रों–युवाओं ने वरिष्ठ नेता प्रवीण प्रभाकर के समक्ष आजसू का दामन थामा।
प्रभाकर ने आजसू में शामिल हुए लोगों का स्वागत किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता छात्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष ओम वर्मा ने की।
पार्टी में गौरव सिंह के नेतृत्व में कई लोगों ने आजसू की सदस्यता ली। इनमें सुशांत सिंह, प्रिंस सिंह, शाहिद अंसारी, उज्ज्वल उरांव, पीयूष यादव, तरुण, सुधांशु शाही, निर्भय शाही सहित अन्य के नाम शामिल हैं।