रांची, 08 जुलाई। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बिहार के पूर्णिया में हुए जघन्य हत्याकांड मामले पर चिंता जतायी है। कैबिनेट मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने भी इस घटना को मानवता पर कलंक बताया है। मुख्यमंत्री ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह किया है कि इस कृत्य को जिसने भी अंजाम दिया है उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।

झारखंड सरकार के मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने इस हृदयविदारक घटना की कड़ी निंदा करते हुए इसे मानवता पर कलंक और आदिवासी अस्मिता पर गहरा हमला करार दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा शासित बिहार में आदिवासी समाज पूरी तरह असुरक्षित हो गया है और उनके जीवन की कोई गारंटी नहीं बची है। इस घटना को उन्होंने आदिवासी समाज की सुरक्षा, सम्मान और अस्तित्व के लिए एक सीधा खतरा बताया।

डॉ. अंसारी ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि झारखंड सरकार की ओर से एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल गठित किया जाए, जिसमें उन्हें भी शामिल किया जाए, ताकि वे मौके पर जाकर स्थिति का जायजा ले सकें और पीड़ित समुदाय की आवाज़ को प्रभावी रूप से उठा सकें। उन्होंने इस घटना की निष्पक्ष जांच और दोषियों को कठोरतम सजा दिलवाने के लिए बिहार और केंद्र सरकार पर दबाव बनाने की आवश्यकता जताई। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस मुद्दे को शीर्ष प्राथमिकता पर लेते हुए संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता के साथ तत्काल कार्रवाई की अपील की है।

गौरतलब है कि बिहार के पूर्णिया जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के रजीगंज पंचायत अंतर्गत टेटगमा गांव में 6 जुलाई की रात गांव के कुछ लोगों एक परिवार के पांच लोगों को डायन होने के शक में पीट-पीटकर जिंदा जला दिया गया था। इसमें घर का मुखिया, उसकी पत्नी, बेटा-बहू और उसकी वृद्ध मां की मौत हुईथी।