नई दिल्ली, 03 जुलाई  रियल एस्टेट और कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री के काम करने वाली कंपनी वैलेंसिया इंडिया के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में कमजोर लिस्टिंग से अपने आईपीओ निवेशकों को काफी निराश कर दिया। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 110 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज बीएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर इसकी एंट्री 20 प्रतिशत डिस्काउंट के साथ 88 रुपये के स्तर पर हुई। लिस्टिंग के बाद बिकवाली के दबाव में ये शेयर 83.60 रुपये के लोअर सर्किट लेवल पर आ गया और इसी पर बंद भी हुआ। इस तरह कंपनी के आईपीओ निवेशकों को पहले दिन के कारोबार में ही 24 प्रतिशत का नुकसान हो गया।

वैलेंसिया इंडिया का 48.95 करोड़ रुपये का आईपीओ 26 से 30 जून के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से फीका रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 1.28 गुना सब्सक्राइब हो सका था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 1.28 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसी तरह नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 1.22 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसके अलावा रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 1.31 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस आईपीओ के तहत 44 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए गए हैं। इसके अलावा 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 4.50 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के जरिए बेचे गए हैं। आईपीओ के तहत नए शेयरों की बिक्री के जरिए जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी अपनी वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉर्पोरेट उद्देश्यों में करेगी।

कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी को 25 लाख रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2022-23 में बढ़ कर 56 लाख रुपये और 2023-24 में उछल कर 1.94 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का राजस्व 18 प्रतिशत वार्षिक से अधिक की चक्रवृद्धि दर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ कर 7.11 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। अगर पिछले वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो अप्रैल से दिसंबर 2024 के दौरान कंपनी को 1.54 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। इसी तरह इस अवधि में कंपनी ने 5.56 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल किया था।