
लखीमपुर (असम), 6 जून । जिले के घिलामरा थाना क्षेत्र के बोरशामुख गांव में एक बंदर को मारकर उसका मांस खाने के आरोप में चार युवकों को गिरफ्तार किया गया है। घटना 27 जून की बताई जा रही है।
जानकारी के अनुसार, गांव निवासी उकील टाइड ने कुछ किशोरों के सहयोग से एक बंदर को पकड़कर सार्वजनिक रूप से उसके साथ क्रूरता की। बाद में बंदर का मांस काटकर ‘वन्य औषधीय मांस’ के नाम पर आस-पास के इलाकों में बांटा गया और खाया गया। घटना में ड्रून टाइड, संजीव टाइड और चारण मिलि का भी नाम सामने आया है, जिन्होंने इस कृत्य में सहयोग किया।
मीडिया में खबर प्रकाशित होने के बाद पुलिस और वन विभाग हरकत में आया। ढकुवाखाना उपवन क्षेत्र की वन अधिकारी करबी हजारिका ने जिला वन अधिकारी मनोज कुमार गोस्वामी को इस कृत्य की जानकारी दी, जिसके बाद वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया।
घिलामरा पुलिस और वन विभाग की संयुक्त कार्रवाई पहले असफल रही, क्योंकि गांव के प्रभावशाली लोगों ने आरोपितों को बचाने का प्रयास किया। बाद में मिसिंग समुदाय के एक संगठन की तत्परता से 12 घंटे के भीतर चारों आरोपितों को पकड़ा गया और घिलामरा थाने को सौंपा गया।
गुरुवार रात संगठन के नेतृत्व में सभी आरोपितों को थाने लाया गया। शुक्रवार को पुलिस ने चारों को वन विभाग को सौंप दिया, जहां उनसे वन्यजीव संरक्षण कानून की धाराओं के तहत पूछताछ जारी है।
लखीमपुर वन विभाग के रेंजर और जिला वन अधिकारी ने ढकुवाखाना उपवन कार्यालय पहुंचकर जांच कर रहे हैं। आशंका है कि इस क्रूरता में गांव के अन्य लोग भी शामिल थे। फिलहाल, जांच के बाद और भी नाम सामने आने की संभावना है।
—————