नई दिल्ली, 6 जून । ब्राज़ील की राजधानी ब्रासीलिया में आयोजित 11वें ब्रिक्स संसदीय फोरम में भारत सहित 10 देशों की संसदों ने हालिया पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए आतंकवाद के विरुद्ध ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ नीति पर सहयोग का संकल्प लिया। इस महत्वपूर्ण सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने किया।

ब्रिक्स के 10 सदस्य देशों भारत, ब्राज़ील, रूस, चीन, दक्षिण अफ्रीका, ईरान, संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र, इथियोपिया और इंडोनेशिया ने इस वार्षिक बैठक में भाग लिया। सम्मेलन के दौरान वैश्विक शांति, सुरक्षा, तकनीकी नवाचार, व्यापार, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और संसदीय सहयोग जैसे विषयों पर गहन चर्चा हुई। भारत ने आतंकवाद को वैश्विक खतरा बताते हुए आर्थिक मदद पर रोक, खुफिया सूचना के आदान-प्रदान और जांच सहयोग जैसे उपायों की वकालत की। भारत का पक्ष सभी देशों ने गंभीरता से स्वीकार किया और संयुक्त घोषणा में शामिल किया।

सम्मेलन में यह सहमति बनी कि सभी ब्रिक्स देशों की संसद मिलकर आतंकवाद के विरुद्ध एकजुट प्रयास करेंगी। विशेष रूप से पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए इस पर ठोस कार्रवाई की आवश्यकता पर बल दिया गया। सम्मेलन के अंत में यह घोषणा की गई कि अगला यानी 12वां ब्रिक्स संसदीय फोरम भारत में आयोजित होगा और उसकी अध्यक्षता लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला करेंगे।

भारतीय प्रतिनिधिमंडल में राज्यसभा उपसभापति हरिवंश, सांसद सुरेंद्र सिंह नागर, विजय बघेल, विवेक ठाकुर, डॉ. शबरी बैरेड्डी और वरिष्ठ संसदीय अधिकारी शामिल थे।