कोटा, 03 दिसंबर। प्रदेश में भाजपा के गढ़ माने जाने वाले हाडौती संभाग के मतदाताओं ने मोदी के नेतृत्व में विश्वास जताकर भाजपा को 17 में से 11 सीटों पर जीत दिलाई। कोटा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विराट जनसभा के बाद संभाग में मोदी लहर का असर साफ दिखाई दिया। हालांकि कांग्रेस विकास कार्य एवं जातिगत समीकरण से 6 सीटों पर अपनी साख बचाने में सफल रही। कोटा जिले की 6 विधानसभा सीटों में भाजपा ने चार और कांग्रेस ने दो पर जीत दर्ज की है। हाडौती की चर्चित सीट कोटा उत्तर पर कांटे की टक्कर में कांग्रेस के पूर्व यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल 2 हजार 486 मतों से विजयी रहे। भाजपा के पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल 20 राउंड में कई बार आगे रहे लेकिन अंतिम दो राउंड में धारीवाल ने बाजी मारी।

कोटा दक्षिण से भाजपा विधायक संदीप शर्मा ने कांग्रेस की राखी गौतम को 11 हजार 962 मतों से हराया। उन्होंने 2018 की तुलना में इस बार 5 हजार अधिक मतों से हराया। लाडपुरा सीट से भाजपा विधायक कल्पना देवी ने कांग्रेस के नईमुद्दीन गुड्डु को 25 हजार 522 मतों से हराया। कांग्रेस ने पांचवी बार एक ही उम्मीदवार को फिर से टिकट दिया, जिससे उन्हें करारी हार का सामना करना पडा। सांगोद से भाजपा के हीरालाल नागर ने कांग्रेस के भानुप्रताप सिंह को 25 हजार 586 मतों से हराया। इस सीट से कांग्रेस के पूर्व विधायक भरतसिंह ने टिकट नहीं मिलने पर पार्टी के खिलाफ बगावत कर अंदरूनी नुकसान पहुंचाया। रामगंजमंडी आरक्षित सीट से भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री मदन दिलावर ने कांग्रेस के नये चेहरे महेंद्र राजोरिया को 18 हजार 422 मतों से हराया। पीपल्दा सीट से कांग्रेस के युवा प्रत्याशी चेतन पटेल कोलाना ने भाजपा के प्रेमचंद गोचर को 21 हजार 5 वोटों से परास्त कर कांग्रेस का खाता खोला।

झालावाड़ जिले में वसुंधरा का डंका

झालावाड जिले में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की लोकप्रियता एक बार फिर साबित हुई। जिले की झालरापाटन, डग व मनोहरथाना सीटों पर भाजपा ने फिर से कब्जा किया जबकि खानपुर में कांग्रेस को 20 साल बाद विजय मिली है। झालरापाटन में भाजपा की वसुंधरा राजे ने कांग्रेस के रामलाल चौहान को रिकॉर्ड 53 हजार 193 मतों से हराया। मनोहरथाना में भाजपा के गोविंद प्रसाद रानीपुरिया ने निर्दलीय प्रतिद्वंदी कैलाश मीणा को 24 हजार 865 मतों से हराया। यहां कांग्रेस प्रत्याशी नेमीचंद मीणा तीसरे स्थान पर रहे। डग आरक्षित सीट पर भाजपा के कालूराम मेघवाल ने कांग्रेस प्रत्याशी को 22 हजार 261 मतों से परास्त किया। यहां भाजपा के बागी प्रत्याशी रामचंद्र सुनारीवाल तीसरे स्थान पर रहे। दूसरी ओर, खानपुर सीट पर कांग्रेस के सुरेश गुर्जर ने भाजपा विधायक नरेंद्र नागर को 8 हजार 425 मतों से हराकर कांग्रेस को 20 साल बाद विजय दिलाई।

बारां जिले में कांग्रेस का सफाया

झालावाड़ बारां संसदीय सीट में बारां जिले की चारों सीटें जीतकर भाजपा ने कांग्रेस को करारा सबक सिखाया। बारां जिले की चारों सीट बारां अटरू, अंता, छबडा व किशनगंज पर भाजपा ने कब्जा किया है। कांग्रेस के पूर्व वरिष्ठ मंत्री प्रमोद जैन भाया को अंता में भाजपा के कंवरलाल मीणा ने 5 हजार 861 मतों से हराया। बारां-अटरू आरक्षित सीट पर भाजपा के राधेश्याम बैरवा ने कांग्रेस विधायक पानाचंद मेघवाल को मतों से हराया। इसी तरह, छबडा में भाजपा के प्रताप सिंह सिंघवी ने लगातार जीत दर्ज करते हुये कांग्रेस करण सिंह को 5031 मतों से हराया। कांग्रेस के बागी नरेश मीणा ने 43 हजार 457 वोट प्राप्त कर पार्टी को हराया। किशनगंज सीट पर भाजपा के पूर्व विधायक ललित मीणा ने कांग्रेस विधायक निर्मला सहरिया को 22 हजार 281 मतों से परास्त आदिवासी क्षेत्र में फिर से कमल खिलाया।

बूंदी जिले में कांग्रेस की वापसी

बूंदी जिले की तीन विधानसभा सीटों बूंदी, हिंडौली व केशवरायपाटन में इस बार कांग्रेस को विजय मिली। बूंदी सीट पर कांग्रेस के पूर्व मंत्री हरिमोहन शर्मा ने भाजपा विधायक अशोक डोगरा को 18 हजार 393 मतों से हराया। यहां भाजपा के बागी युवा प्रत्याशी रूपेश शर्मा ने 39 हजार 381 मत प्राप्त कर पार्टी को बड़ा नुकसान पहुंचाया। केशवरायपाटन में कांग्रेस के सीएल प्रेमी ने भाजपा विधायक चंद्रकांता मेघवाल को 17 हजार 087 मतों से शिकस्त दी। हिंडौली सीट पर कांग्रेस के पूर्व मंत्री अशोक चांदना भाजपा के पूर्व मंत्री प्रभूलाल सैनी को 45 हजार 4 मतों से हराकर दूसरी बार जीत दर्ज की।