
पलामू, 24 मई। पलामू जिले के हैदरनगर प्रखंड मुख्यालय अंतर्गत पूर्वी पंचायत के बाजार क्षेत्र में वर्षों से जारी अतिक्रमण की समस्या को लेकर प्रशासन ने गत 10 मई को कार्रवाई की शुरुआत की थी। जवाहर पथ मुहल्ले से आरंभ हुए अतिक्रमण हटाओ अभियान को लेकर पहले दिन कुछ उम्मीदें जगी थीं, परंतु कार्रवाई अधूरी छोड़ दिए जाने से लोगों में प्रशासन के प्रति गहरा असंतोष उत्पन्न हो गया है।
स्थानीय प्रशासन और पुलिस बल ने पहले चरण में दो स्थानों पर मकानों के सामने बने अवैध चबूतरों को हटाया, परंतु चिन्हित किए गए 19 में से अधिकांश बड़े अतिक्रमणकारियों पर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। दो दिनों की कार्रवाई के बाद बुलडोजर को विराम दे दिया गया और 12 दिन बीत जाने के बाद भी अभियान को आगे नहीं बढ़ाया गया है।
स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों के अनुसार अतिक्रमण हटाने की यह प्रक्रिया पिछले सात वर्षों से ठप पड़ी थी। इस दौरान संबंधित अधिकारियों को कई बार ज्ञापन एवं आवेदन सौंपे गए, पर कोई ठोस परिणाम नहीं निकल पाया। अब जब प्रशासन ने पहल की, तब भी आधी-अधूरी कार्रवाई से मोहल्लेवासियों की उम्मीदें टूट रही हैं।
प्रभावितों में आक्रोश, बड़ी इमारतों पर कार्रवाई की मांग
प्रशासन की ओर से दो छोटे अतिक्रमणों को तो हटाया गया, पर बड़े निर्माणों को अब तक नहीं छुआ गया है। इससे प्रभावित अन्य परिवारों में नाराजगी है। मोहल्ले के लोगों की निगाहें अब पुराने स्टेट बैंक परिसर और दो बड़े अतिक्रमित मकानों पर टिकी हैं, जिन पर कार्रवाई की प्रतीक्षा है।
इस अभियान की निगरानी अंचल अधिकारी संतोष कुमार एवं अंचल निरीक्षक सुनील कुमार सिंह की ओर से की जा रही है। साथ ही पंचायत समिति सदस्य गुप्तेश्वर पांडेय, मुखिया कमल कुमार पासवान, सुदर्शन राम, नाजमा खातून, शहनाज परवीन, समाजसेवी नावाजिश खान, अनूप कुमार सिंह और पूर्व मुखिया सफीउल्ला खान जैसे जनप्रतिनिधियों ने भी अभियान को पूर्णता देने की मांग की है।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि बाजार क्षेत्र की गलियों के अलावा सदाबह नदी एवं उसके आसपास के नालों की अतिक्रमित भूमि को भी खाली कराया जाए। आरोप है कि इस नदी की भूमि पर कई स्थानों पर निजी उपयोग के लिए कब्जा कर लिया गया है, जिससे वर्षा जल संचयन और जल संग्रहण बाधित हो रहा है। इस विषय में कई संगठनों ने अंचल कार्यालय में पूर्व में आवेदन भी दिया है।
सड़क मार्ग पर मवेशियों की बाधा, कार्रवाई की मांग
बाजार क्षेत्र के कुछ मुख्य मार्गों पर रैयतों द्वारा मवेशी बांधने की प्रवृत्ति भी आम हो गई है, जिससे आमजन का आवागमन बाधित होता है। स्थानीय नागरिकों ने संबंधित मालिकों पर भी कड़ी कार्रवाई की मांग की है। हैदरनगर के आम नागरिकों को उम्मीद है कि प्रशासन अतिक्रमण हटाओ अभियान को केवल औपचारिकता बनाकर नहीं छोड़ेगा, बल्कि इसे पूर्णता तक पहुंचाएगा। लोग यह चाहते हैं कि कानून का पालन सभी पर समान रूप से हो।