
कोलकाता, 21 मई । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में बड़ी मात्रा में नकली दवाइयों की मौजूदगी पर गहरी चिंता जताई है। बुधवार को सिलिगुड़ी के उत्तरकन्या में उत्तर बंगाल के आठ जिलों के अधिकारियों के साथ हुई प्रशासनिक बैठक में उन्होंने स्पष्ट किया कि गुजरात और उत्तर प्रदेश से नकली दवाइयां राज्य में प्रवेश कर चुकी हैं, जो आम लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरा बन सकती हैं।
ममता बनर्जी, जो स्वयं राज्य की स्वास्थ्य मंत्री भी हैं, ने सभी जिलों के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमओएच) और ब्लॉक स्तर के चिकित्सा अधिकारियों (बीएमओएच) को अस्पतालों के स्टोर की तत्काल जांच करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर औचक निरीक्षण किया जाए, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि किसी सरकारी अस्पताल में नकली दवाओं का उपयोग न हो।
मुख्यमंत्री ने यह भी आदेश दिया कि नकली पाई गई दवाइयों की सूची को सार्वजनिक किया जाए। इसके लिए दवा दुकानों के बाहर इन दवाओं और संबंधित कंपनियों के नाम की सूची चिपकाई जाए ताकि आम लोग सतर्क हो सकें।
उन्होंने स्पष्ट किया कि हमने तीन-चार दिन पहले ही एक सार्वजनिक विज्ञापन के माध्यम से चेतावनी जारी की थी। अब ज़िला और ब्लॉक प्रशासन को इसकी सख्ती से निगरानी करनी होगी।
यह मामला तब और गंभीर हो गया जब हाल ही में मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज में नकली सलाइन के कारण एक व्यक्ति की मौत हुई और एक अन्य महिला की मृत्यु पिछले सप्ताह हो गई। ममता ने कहा कि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को सामने आकर कार्रवाई करनी होगी।