
गाजा पट्टी, 20 मई। इजराइली सेना ने पिछले सात दिन में आतंकी समूह हमास के 670 से अधिक पर भीषण हमला किया है। पिछले 24 घंटों में इजराइल के हमलों में कम से कम 136 लोगों की जान चली गई। इस बीच इजराइल के प्रधानमंत्री कार्यालय ने गाजा में खाद्य पदार्थों की बुनियादी मात्रा को प्रवेश करने की अनुमति दी है।
सीएनएन चैनल की खबर के अनुसार, इजराइली सेना ने कहा कि पिछले हफ्ते उसने पूरे एन्क्लेव में प्रारंभिक हवाई हमलों में हमास के 670 से ज्यादा ठिकानों को निशाना बनाया। यूके स्थित संगठन के अनुसार, सोमवार सुबह इजराइली सेना ने दक्षिणी गाजा के खान यूनिस इलाके में नासिर मेडिकल कॉम्प्लेक्स के मेडिकल सप्लाई गोदाम पर हमला किया।
गाजा में स्वास्थ्य अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि पिछले 24 घंटों में इजराइल के हमलों में कम से कम 136 लोगों की जान चली गई। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, गुरुवार से सोमवार तक 400 से अधिक लोग मारे गए और 1,000 से अधिक लोग घायल हुए। सात अक्टूबर, 2023 को इजराइल के युद्ध शुरू किए जाने के बाद से गाजा में 53,000 से अधिक लोग मारे गए हैं।
इजराइल के प्रधानमंत्री कार्यालय ने रविवार को कहा कि गाजा में अकाल को रोकने के लिए खाद्य पदार्थों की एक बुनियादी मात्रा को प्रवेश करने की अनुमति दी गई है। हालांकि इससे उसका सैन्य अभियान खतरे में पड़ सकता है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने यह भी संकेत दिया है कि यदि इजराइल 11 सप्ताह की नाकाबंदी नहीं हटाता है तो इजराइल संयुक्त राज्य अमेरिका सहित अपने सबसे करीबी सहयोगियों का समर्थन खो सकता है।
यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस और कनाडा ने इजराइल से गाजा में अपने सैन्य अभियानों को रोकने और मानवीय सहायता के प्रवेश की अनुमति देने का आह्वान किया है। इन देशों के नेताओं ने संयुक्त बयान में कहा है कि अगर इजराइल ने आक्रमण बंद नहीं किया और मानवीय सहायता पर अपने प्रतिबंध नहीं हटाए तो जवाब में और ठोस कार्रवाई की जाएगी। इसमें लक्षित प्रतिबंध भी शामिल हो सकते हैं।
प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने जवाब में इन नेताओं पर सात अक्टूबर को इजराइल पर हमला करने वाले हमास के आतंकियों को इनाम देने और इनके अत्याचारों का समर्थन करने का आरोप लगाया है। उधर, फ्रांस, जर्मनी, इटली और यूके सहित 23 देशों के विदेश मंत्रियों और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधियों ने इजराइल से आग्रह किया कि वह गाजा में संयुक्त राष्ट्र और मानवीय संगठनों को स्वतंत्र और निष्पक्ष रूप से काम करने में मदद करे।