लखनऊ, 30 नवंबर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसी खास राजनीतिक दल का नाम लिये बगैर कहा कि कुछ लोग परिवारवाद, जातिवाद, मत और मजहब के आधार पर समाज को बांटने का कुत्सित प्रयास कर विकास के एजेंडे को पीछे धकेलना चाहते हैं।

योगी ने भारत संकल्प यात्रा को संबोधित करते हुए गुरुवार को कहा कि कुछ लोग देश का विकास नहीं चाहते हैं। वह परिवारवाद, जातिवाद, मत और मजहब के आधार पर समाज को बांटने का कुत्सित प्रयास कर विकास के एजेंडे को पीछे धकेलना चाहते हैं। इससे हम सभी को बाहर आना होगा तभी गरीब के चेहरे पर उसके सपनों की खुशहाली लाई जा सकेगी।

उन्होने कहा कि विकसित भारत के संकल्प को साकार करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साढ़े नौ वर्षों में अपने महत्वपूर्ण निर्णयों, दूरदर्शी सोच एवं योजनाओं से देश भर में जो माहौल बनाया है, वह किसी भारतीय से छिपा नहीं है। इस संकल्प में केंद्र और राज्य सरकार की योजनाएं काफी सहायक बनी हैं, जिसका भव्य रूप आज हम सभी को देखने को मिल रहा है। विकसित भारत संकल्प यात्रा प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आने वाले कुछ वर्षों में विकसित भारत की संकल्पना को स्थापित करेगी। इसमें हम सब का भी योगदान जरूरी है। इसी उद्​देश्य से 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस पर विकसित भारत संकल्प यात्रा का शुभारंभ किया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश 1947 में आजाद हुआ था। उसके बाद कई सरकारें बनीं। इन्होंने काम भी किया होगा और देश का पैसा भी खर्च किया होगा, लेकिन दुनिया में वर्ष 2014 से पहले भारत की छवि एवं यहां के लोगों के बारे में क्या धारणा थी, लेकिन दुनिया में आज क्या छवि है, यह हम सब देख रहे हैं। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को दर्शाता है। वर्ष 2014 से पहले देश में चेहरा देखकर योजनाएं बनाई जाती थीं, उसमें भी जमकर बंदरबांट का खेल होता था। उनके एजेंडे में गरीब, सामान्य नागरिक, महिलाएं और नौजवान शामिल नहीं होते थे। आज देश में गरीबों और जरूरतमंदों को प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, गरीबों के घर में निशुल्क शौचालय, जनधन अकाउंट योजना, आयुष्मान भारत योजना, पीएम सम्मान निधि और पीएम स्वनिधि जैसी तमाम लोककल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है।

उन्होने कहा कि यह योजनाएं पहले क्यों नहीं चलायी गई, जबकि देश भी वही है और सरकार के आय के स्त्रोत भी वही हैं। सरकार आपके बारे में सोच रही है तो आपकी भी जिम्मेदारी बनती है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंच प्रण के संकल्प को पूरा करने में अपना भरपूर सहयोग दें। केंद्र और राज्य सरकार हर नागरिक को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही है। इसी के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में पोषण मिशन से जुड़ी सभी योजनाओं की जिम्मेदारी स्वयं सहायता समूह को सौंपी गई, जिसका लाभ 60 हजार महिलाएं सीधे-सीधे रोजगार के जरिये उठा रही हैं। वहीं बैंकिंग सुविधा का लाभ ग्रामीणों को देने के लिए बीसी सखी बखूबी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर रही हैं।

कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद डॉ. दिनेश शर्मा, महापौर सुषमा खर्कवाल, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, विधायक योगेश शुक्ला, डॉ. नीरज बोरा आदि उपस्थित रहे।