आरोपित के मोबाइल से मिले हैं गोपनीय जानकारी भेजने के सुबूत

गुरुग्राम, 19 मई । डिजिटल ठगी के बाद अब पाकिस्तान कनेक्शन को लेकर नूंह क्षेत्र एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में यहां से एक सप्ताह के भीतर दूसरा युवक गिरफ्तार किया गया है। रविवार देर रात यहां से पकड़े गए युवक पर आरोप है कि उसने भारतीय सैन्य गतिविधियों से जुड़ी गोपनीय जानकारी पाकिस्तानी दूतावास को दी है। पुलिस ने भारत स्थित उच्चायोग के दो कर्मचारियों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है।

नूंह क्षेत्र जांच एजेंसियों के रडार पर है। पुलिस व केंद्रीय जांच एजेंसियों ने पाकिस्तान को संवेदनशील जानकारियां देने के आरोप

में एक अन्य युवक को तावड़ू खंड के कांगरका गांव से गिरफ्तार किया है। आरोपित की पहचान तारीफ पुत्र हनीफ के रूप में हुई है। तारीफ के मोबाइल फाेन से पाकिस्तान में चैटिंग होने की जानकारी मिली है। आरोप है कि तारीफ वाट्सऐप के माध्यम से पाकिस्तानी उच्चायोग से जुड़ा था। वह दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग के दो कर्मचारियों को भारतीय सैन्य गतिविधियों से जुड़ी गोपनीय जानकारी जानकारियां देता था।

स्थानीय पुलिस ने थाना सदर तावड़ू में आरोपित के खिलाफ देशद्रोह की धाराओं में केस दर्ज किया है। इसके अलावा पाकिस्तानी उच्चायोग में कार्यरत पाकिस्तानी नागरिक आसिफ बलोच व जाफर पर भी केस दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि तारीफ काफी समय से भारत की रक्षा तैयारियों और सेना से जुड़ी अहम जानकारियां पाकिस्तान को दे रहा था। वह लोगों को पाकिस्तान जाने के लिए वीजा लगवाने के लिए भी कहता था।

बावला गांव में राधा स्वामी सत्संग के निकट से किया काबू

सदर थाना पुलिस तावडू़, केन्द्रीय जांच एजेंसी और चंडीगढ़ स्पेशल पुलिस बल ने आरोपित को पकडऩे के लिए संयुक्त कार्रवाई की। रविवार देर रात उसे बावला गांव में राधा स्वामी सत्संग के निकट से गिरफ्तार किया गया। आरोप है कि पकड़े जाने से ठीक पहले आरोपित तारीफ अपने मोबाइल से कुछ चैट डिलीट करने की कोशिश कर रहा था। प्राथमिक जांच में जांच एजेंसियों व पुलिस को यह पता चला है कि तारीफ के मोबाइल में पाकिस्तानी वाट्सऐप नंबर थे। कुछ डाटा उनमें से डिलीट किया गया था। जांच एजेंसियों को तारीफ के मोबाइल से पाकिस्तान के कुछ नंबरों पर भेजी हुई चैट, वीडियो, फोटो व सेना की गतिविधियों से संबंधित कुछ फोटो भी मिली हैं। बताया यह भी जा रहा है कि वह दो सिम कार्ड रखता था। दोनों नंबरों से वह पाकिस्तान में संपर्क करता था।

पाकिस्तानी दूतावास के कर्मचारियों के संपर्क में रहा

जांच एजेंसियों को आरोपित के मोबाइल से पता चला है कि दिल्ली में पाकिस्तानी दूतावास में वह आसिफ बलोच नाम कर्मचारी से संपर्क में था। उनके लिए काम करता था। बलोज उसे पैसे देता था। बताया यह भी जा रहा है कि दिल्ली पाकिस्तानी दूतावास से जब बलोच नामक कर्मचारी की बदली हुई तो आसिफ की दूसरे कर्मचारी जाफर से मुलाकात हुई। आसिफ ने सूचनाएं देने का काम जारी रखा। आरोपित आसिफ व पाकिस्तान के दोनों कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।