बेंगलुरू, 19 मई  | राजधानी और उसके आसपास के इलाकों में पिछले तीन दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण अनेक स्थानों पर जलभराव की समस्या खड़ी को गई है। पूरा शहर अस्त-व्यस्त है। शहर के कई इलाकों में सड़क, दुकान और मकान तक डूब गए हैं। बारिश से प्रभावित जिलों में बेंगलुरु शहरी, बेंगलुरु ग्रामीण, कोलार, चिक्काबल्लापुरा, तुमकुरु, मांड्या, मैसूर, हसन, कोडागु, बेलगावी, बीदर, रायचूर, यादगीर, दावणगेरे और चित्रदुर्ग शामिल हैं।

बेंगलुरु में अब तक सबसे अधिक बारिश से प्रभावित क्षेत्रों में से एक होरमावु में साई लेआउट था, जो महादेवपुरा क्षेत्र में आता है। यहां 4 से 5 फीट तक पानी भर गया। शहर के राजाकालुवा नाले में भी उफान आ गया, जिससे कई स्थानों पर घरों में पानी घुस गया और लोगों में अफरा-तफरी मच गई। शांतिनगर स्थित सीसीबी कार्यालय में भी पानी घुस गया। कार्यालय के भूतल पर घुटनों तक पानी भर गया, जिसके कारण कुछ फाइलें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। कार्यालय को शांतिनगर स्थित एक भवन में स्थानांतरित कर दिया गया।

राज्य के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने जलभराव पर चिंता जताते हुये कहा कि तीन दिनों से बेंगलुरु में भारी बारिश हो रही है। प्री-मानसून के दौरान, हम आमतौर पर बाढ़ और जलभराव देखते हैं। बीबीएमपी (बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका) सड़कों से जलभराव और उखड़े हुए पेड़ों और उनकी शाखाओं को हटाने के काम में लगी हुई है। संबंधित विभाग के अधिकारी और कर्मचारी युद्ध स्तर पर काम में जुटे हुए हैं, ताकि आम लोगों को इस समस्या से जल्द से जल्द राहत मिल सके। गृह मंत्री ने कहा कि मानसून के आने पहले सावधानी बरतनी चाहिए थी। बीबीएमपी को एहतियाती कदम उठाने चाहिए थे।

इस बीच, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग, बेंगलुरु केंद्र के निदेशक एन. पुवियारासु ने कहा कि अगले कुछ दिनों तक बेंगलुरु सहित कर्नाटक के कुछ अन्य क्षेत्रों में बारिश जारी जारी रहेगी। आईएमडी बुलेटिन के अनुसार, पिछले 24 घंटों में अकेले बेंगलुरु शहर में 103 मिमी बारिश हुई। विभाग की ओर से एहतियातन येलो अलर्ट जारी किया गया है।