
रियाद, 15 मई । सऊदी अरब की तेल कंपनी अरामको ने अमेरिका की प्रमुख कंपनियों के साथ लगभग 90 अरब डॉलर तक के 34 प्रारंभिक करार किए हैं। यह सौदे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की खाड़ी यात्रा के दौरान हुए यूएस-सऊदी निवेश मंच में घोषित किए गए, जो दोनों देशों के बीच गहरे होते आर्थिक और ऊर्जा सहयोग का प्रतीक है।
अरामको के सीईओ अमीन नासेर ने बताया कि यह करार अमेरिका में तेजी से बढ़ते निवेश की दिशा में एक मजबूत कदम है। उन्होंने नेक्स्टडिकेड (एलएनजी उत्पादक), सेम्प्रा एनर्जी (यूटिलिटी फर्म) और एक्सॉनमोबिल के साथ साझेदारी की घोषणा की। एक्सॉनमोबिल के साथ सउदी अरब की एसएएणआरईएफ (SAMREF) रिफाइनरी को एक एकीकृत पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स में बदलने की योजना बनाई जा रही है।
इसके अतिरिक्त, अरामको ने अमेजन वेब सर्विसेज (एडब्ल्यूएस) के साथ एक डिजिटल परिवर्तन और कार्बन कटौती पहल को लेकर सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं।
नासेर ने कहा, “हमारे अमेरिकी जुड़ाव दशकों से विकसित हुआ हैं, जिनमें मोटीवा रिफाइनरी (टेक्सास), स्टार्ट-अप में निवेश, एलएनजी क्षेत्र में सहयोग, और तकनीकी खरीददारी शामिल हैं।” उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका, सऊदी निवेश के लिए एक “बेहतर गंतव्य” बन चुका है।
अरामको न केवल सऊदी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, बल्कि अब यह देश के औद्योगिक विकास, तकनीकी परिवर्तन और विदेशी निवेश को गति देने का मुख्य इंजन बन चुका है। यह प्रयास क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की महत्वाकांक्षी विजन 2030 योजना के तहत तेल पर निर्भरता घटाकर विविधीकरण की ओर एक बड़ा कदम माना जा रहा है।