अगरतला, 14 मई। त्रिपुरा में गैरकानूनी रूप से रह रहे बांग्लादेशी और रोहिंग्या नागरिकों को चिन्हित कर देश से बाहर भेजने के लिए ‘मिशन मोड’ में कार्रवाई की मांग करते हुए तिपरा मोथा के विधायक रंजीत देबबर्मा ने केंद्र सरकार, राज्य सरकार और त्रिपुरा ट्राइबल एरियाज ऑटोनोमस डिस्ट्रिक्ट काउंसिल (टीटीएएडीसी) से अपील की है।

बुधवार को प्रेस को संबोधित करते हुए देबबर्मा ने कहा कि सोनामुरा, कमलपुर, कैलाशहर और धर्मनगर जैसे सीमावर्ती इलाकों में बड़े पैमाने पर गैरकानूनी घुसपैठ हो रही है और बस्तियां बन रही हैं। उन्होंने चेतावनी दी, “ये लोग सरकारी जमीनों और रिजर्व फॉरेस्ट क्षेत्रों पर अवैध निर्माण कर रहे हैं। और आधार, पैन कार्ड व राशन कार्ड जैसे दस्तावेज़ हासिल कर देशभर में फैल रहे हैं।”

विधायक ने यह भी दावा किया कि कुछ गैरकानूनी प्रवासी अपने बच्चों को भारतीय मदरसों में भेज रहे हैं, जिससे आतंकी संगठनों से संभावित संबंधों की आशंका बढ़ जाती है, खासकर हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनज़र। उन्होंने कहा, “आदिवासी क्षेत्रों में इनकी मौजूदगी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बन सकती है।”

देबबर्मा ने राज्य सरकार और टीटीएएडीसी की निष्क्रियता पर भी सवाल उठाए और दिल्ली, असम और गुजरात जैसे राज्यों की तरह त्रिपुरा में भी कठोर कार्रवाई की मांग की, जहां अतिक्रमण ढहाए गए और अवैध निवासियों की गिरफ्तारी हुई।

उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पूर्व में भेजे गए अपने ज्ञापन की याद दिलाते हुए एक बार फिर जाेर देकर कहा कि त्रिपुरा से सभी गैरकानूनी घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें तुरंत देश से बाहर किया जाए।