कोलकाता, 12 मई  ।

तमिलनाडु में एक नाबालिग के साथ बलात्कार के आरोपित को पकड़ने कोलकाता पहुंचे पुलिस अधिकारियों पर हमला हो गया। यह घटना तब घटी जब सियालदह स्टेशन के पास आरोपित को गिरफ्तार करने आए तमिलनाडु पुलिस के अधिकारियों को स्थानीय लोगों ने घेर लिया और उनके साथ हाथापाई की। तमिल पुलिस ने 100 नंबर पर कॉल कर मदद मांगी, जिसके बाद कोलकाता पुलिस की तत्परता से उनकी जान बचाई गई और आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया।

तमिलनाडु के तिरुप्पुर जिले में एक 14 वर्षीय नाबालिग से बलात्कार और पॉक्सो कानून के तहत मामला दर्ज होने के बाद आरोपित अब्बास बैद्य फरार हो गया था। मोबाइल लोकेशन के आधार पर जब तमिलनाडु पुलिस कोलकाता पहुंची, तब उन्हें पता चला कि आरोपित सियालदह इलाके में फल विक्रेताओं के लिए काम कर रहा है और वहीं अपने परिवार के साथ रह रहा है।

रविवार को जब पुलिस अधिकारियों ने आरोपित को सियालदह स्टेशन क्षेत्र से गिरफ्तार किया, तभी स्थानीय कुछ व्यापारियों और निवासियों ने उन्हें घेर लिया और मारपीट करने लगे। तमिलनाडु पुलिस के एक सब-इंस्पेक्टर ने तत्काल कोलकाता पुलिस के नियंत्रण कक्ष में फोन कर स्थिति की जानकारी दी। इसके बाद लालबाजार से सूचना मिलते ही एंटाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और तमिलनाडु पुलिस को सुरक्षित बाहर निकाला।

कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को बताया कि, अब्बास बैद्य कुछ समय पहले तमिलनाडु के तिरुप्पुर जिले में प्रवासी मजदूर के तौर पर गया था। वहीं उसकी जान-पहचान एक अन्य प्रवासी युवक से हुई, जो एक 14 साल की नाबालिग से प्रेम संबंध में था। एक दिन अब्बास ने दोनों को एकांत में देखा और उनका वीडियो बना लिया। बाद में उसी वीडियो को दिखाकर उसने नाबालिग को ब्लैकमेल करना शुरू किया।

अब्बास ने नाबालिग को कई बार अपनी हवस का शिकार बनाया। जब वह बीमार हुई और अस्पताल ले जाई गई, तो डॉक्टरों ने उसे चार महीने की गर्भवती बताया। इसके बाद मामला बाल संरक्षण आयोग और पुलिस के पास पहुंचा। कोर्ट में बयान देने के बाद पुलिस ने आरोपित की तलाश शुरू की और लोकेशन ट्रेस कर उसे कोलकाता में गिरफ्तार किया।

आरोपित अब्बास बैद्य को सोमवार को सियालदह कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे चार दिनों की ट्रांजिट रिमांड पर भेजा गया है। पुलिस अब उससे पूछताछ कर फरार दूसरे आरोपित की तलाश में जुट गई है।