जेनेवा, 11 मई । अमेरिका और चीन के बीच चल रहे व्यापार युद्ध को कम करने की दिशा में दो दिवसीय वार्ता के बाद ‘महत्वपूर्ण प्रगति’ हुई है। अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने रविवार को यह जानकारी दी। हालांकि, उन्होंने समझौते का ब्योरा साझा नहीं किया और कहा कि इसकी घोषणा सोमवार को की जाएगी। उन्होंने यह जरूर कहा कि दोनों देशों के बीच लगाए गए अत्यधिक टैरिफ को कम करने की जरूरत है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया कि इस दिशा में कोई समझौता हुआ की नहीं।

अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि जेमिसन ग्रियर ने इस वार्ता को “एक सफल और व्यावहारिक समझौता” बताया, जो अमेरिका के 1.2 ट्रिलियन डॉलर के वैश्विक व्यापार घाटे को कम करने में मदद करेगा। उन्होंने कहा, “दो दिन की बातचीत बेहद रचनात्मक रही। यह इस बात का संकेत है कि अमेरिका और चीन के बीच मतभेद उतने गंभीर नहीं थे जितना अनुमान लगाया गया था।” उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि चीनी वार्ताकार बेहद “कठिन सौदाबाज” थे। ग्रियर ने चीन के उप प्रधानमंत्री हे लिफेंग और दो अन्य चीनी उप मंत्रियों के साथ इस वार्ता में भाग लिया था।

व्हाइट हाउस के आर्थिक सलाहकार केविन हैसेट ने भी कहा कि चीन अमेरिका के साथ व्यापार संतुलन बहाल करने को लेकर “बेहद इच्छुक” है और आने वाले दिनों में अन्य देशों के साथ भी व्यापार समझौते हो सकते हैं।

इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इन वार्ताओं को “दोनों देशों के लिए एक नए अध्याय की शुरुआत” बताया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा, “चीन के साथ एक बहुत अच्छी बैठक हुई। कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई और बहुत कुछ तय भी हुआ। दोनों देशों के लिए यह एक महान प्रगति है।”

यह वार्ता ऐसे समय पर हुई है जब अमेरिका और चीन एक-दूसरे के उत्पादों पर 100 फीसदी से अधिक शुल्क लगा चुके हैं, जिससे वैश्विक व्यापार और निवेश पर असर पड़ा है।