कोलकाता, 10 मई  । स्वामी विवेकानंद द्वारा स्थापित रामकृष्ण मिशन और रामकृष्ण मठ (आरकेएम) ने केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 25 पर्यटकों की पाकिस्तानी आतंकवादियों द्वारा की गई निर्मम हत्या के बाद शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का पूर्ण समर्थन किया है। मिशन ने इसे केवल सरकार का नहीं, बल्कि आम जनता का युद्ध बताया है। आरकेएम के महासचिव स्वामी सुबीरानंद महाराज ने लोगों से देश और सरकार के साथ खड़े होने की अपील की।

स्वामी सुबीरानंद महाराज ने कहा, “यदि भारत ने इस परिस्थिति में प्रतिकार नहीं किया होता, तो यह एक अपराध होता। यह सिर्फ सरकार का युद्ध नहीं है, यह आम जनता का युद्ध है। अगर कोई बाहरी ताकत हमारी मातृभूमि पर हमला करती है, तो भारत के बेटे जरूर उसका जवाब देंगे।” उन्होंने स्वामी विवेकानंद के विचारों को उद्धृत करते हुए कहा, “स्वामीजी ने कहा था कि भारत की धूल तक पवित्र है। यदि कोई हमारी मातृभूमि पर हमला करता है, तो हम चुप नहीं रह सकते। हमें प्रतिकार करना ही होगा। यह प्रतिकार आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी उचित है।”

आरकेएम महासचिव ने स्पष्ट किया कि मिशन सरकार के इस अभियान का केवल समर्थन ही नहीं करता, बल्कि ईश्वर से प्रार्थना भी करता है कि भारत के सारे प्रयास सफल हों। उन्होंने कहा, “यह पाप के विरुद्ध युद्ध है, यह अमंगल शक्तियों के खिलाफ युद्ध है। यह युद्ध सभ्यता और बर्बरता के बीच है।”

रामकृष्ण मिशन की यह प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है जब पूरा देश पहलगाम हमले से स्तब्ध है और केंद्र सरकार ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए आतंक के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है।