इस्लामाबाद/काबुल, 19 अप्रैल । पाकिस्तान और अफगानिस्तान ने शनिवार को यह संकल्प लिया कि वे अपनी-अपनी धरती का इस्तेमाल एक-दूसरे के खिलाफ किसी भी प्रकार की आतंकी गतिविधियों के लिए नहीं होने देंगे। यह महत्वपूर्ण सहमति पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार की एक दिवसीय अफगानिस्तान यात्रा के दौरान बनी।

डार ने काबुल में अफगानिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद और कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी से मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों के बीच सुरक्षा, व्यापार, आवागमन और सीमा प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई।

प्रेस वार्ता में डार ने कहा कि क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और विकास के लिए दोनों देशों को मिलकर काम करना होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान अपनी धरती से किसी को अफगानिस्तान के खिलाफ अवैध गतिविधि करने नहीं देगा और अफगानिस्तान से भी ऐसी ही उम्मीद है।

उन्होंने कहा कि यदि कोई तत्व एक देश की धरती से दूसरे देश के खिलाफ कार्रवाई करता है, तो दूसरा देश उस पर कार्रवाई कर सकता है। दोनों देशों की जमीन से किसी भी प्रकार की आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।

इस बैठक के दौरान मुत्ताकी ने पाकिस्तान में रह रहे अफगान शरणार्थियों की स्थिति पर चिंता जताई और उनकी जबरन वापसी पर आपत्ति दर्ज कराई। उन्होंने पाक सरकार से अफगानों के अधिकारों की रक्षा करने का अनुरोध किया।

डार ने आश्वासन दिया कि अफगान शरणार्थियों के साथ कोई गलत व्यवहार नहीं किया जाएगा और उनकी संपत्ति सुरक्षित रहेगी। साथ ही उन्होंने अफगानिस्तान के साथ व्यापार और आवागमन को बढ़ावा देने की भी बात कही।

बैठक में पाकिस्तान ने अफगान विदेश मंत्री को पाकिस्तान आने का न्योता भी दिया ताकि उच्च स्तरीय वार्ताओं का सिलसिला आगे बढ़ सके। इस बीच पेशावर में मुख्यमंत्री के सहयोगी ने केंद्र सरकार पर खैबर पख्तूनख्वा को बातचीत से बाहर रखने का आरोप लगाया।