
नई दिल्ली, 19 अप्रैल । ईवीएम से छेड़छाड़ के आरोप लगाने वाले पुलिसकर्मी के खिलाफ महाराष्ट्र में एफआईआर दर्ज की गई है। चुनाव आयोग की जांच में सामने आया था कि पुलिसकर्मी महाराष्ट्र में चुनावों के दौरान चुनावी ड्यूटी पर नहीं था। आयोग का कहना है कि पुलिसकर्मी पहले से निलंबित और नाराज चल रहा है।
कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया पर महाराष्ट्र के बीड में सब-इंस्पेक्टर रंजीत कासले का एक वीडियो साझा किया। 17 अप्रैल को कासले ने आरोप लगाया था कि चुनावों के दौरान उनके सामने ईवीएम से छेड़छाड़ की गई और उसे मुंह बंद रखने के लिए 10 लाख रुपये भी दिए गए। वीडियो को आधार बनाते हुए कांग्रेस ने आरोप लगाया कि जांच के बजाय उल्टा पुलिसकर्मी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पार्टी ने कहा कि ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर लगातार इस तरह की बातें सामने आती रहती हैं और हर बार चुनाव आयोग इससे पल्ला झाड़ लेता है। निष्पक्ष चुनाव के लिए ऐसी बातों की जांच होना बेहद जरूरी है।
आयोग ने इस पर जांच संबंधित विषयों को आगे रखते हुए बयान दिया है। आयोग ने कहा कि पुलिसकर्मी नाराज चल रहा था और वे पहले से निलंबित है। ईवीएम से जुड़े सख्त दिशा-निर्देशों के बीच छेड़छाड़ संभव नही है। फिर भी आयोग ने सीईओ के माध्यम से जांच कराई है। बीड के जिला निर्वाचन अधिकारी और एसएसपी ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि आरोप लगाने वाला पुलिसकर्मी चुनावी ड्यूटी पर नहीं था। रिपोर्ट में कहा गया है कि डीईओ ने मामले में एफआईआर दर्ज करायी है। बयान का उद्देश्य लोगों में अविश्वास पैदा करना था।