
कोलकाता, 19 अप्रैल । दक्षिण 24 परगना जिले के भांगड़ में शुक्रवार देर रात एक बार फिर हालात तनावपूर्ण हो गए जब अज्ञात उपद्रवियों ने तृणमूल कांग्रेस के पार्टी कार्यालय में जमकर तोड़फोड़ की और आग के हवाले कर दिया। इस हमले के पीछे आईएसएफ समर्थित असामाजिक तत्वों का हाथ होने का आरोप लगा है।
घटना चालताबेड़िया ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाले चक मरीचाबन गांव की है, जहां अचानक कुछ उपद्रवी पहुंचे और तृणमूल कार्यालय में तोड़फोड़ करने के बाद उसमें आग लगा दी। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और हालात पर काबू पाया। पुलिस अब पूरे मामले की जांच कर रही है और हमलावरों की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी गई है।
पिछले सोमवार को वक्फ़ क़ानून के विरोध में हुए प्रदर्शन के दौरान भांगड़ पहले ही हिंसा की चपेट में आ चुका है। उस दिन पुलिस की गाड़ियां और बाइकें जला दी गई थीं, और कई पुलिसकर्मी घायल हुए थे। ऐसे में शुक्रवार की रात को हुई यह घटना इलाके को और भी संवेदनशील बना गई है।
घटना के बाद शनिवार को भी इलाके में भारी तनाव का माहौल रहा। पुलिस ने सुरक्षा के मद्देनज़र पूरे क्षेत्र में कड़ी निगरानी शुरू कर दी है।
तृणमूल की ओर से इस हमले के खिलाफ शनिवार को एक विरोध रैली निकाली गई है।
इस संबंध में कैनिंग पूर्व से तृणमूल विधायक शौकत मोल्ला ने आईएसएफ पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, “भांगड़ को बार-बार अशांत करने की साज़िश रची जा रही है। आईएसएफ समर्थित दुष्ट तत्वों ने ही इस घटना को अंजाम दिया है। ये लोग लोगों को चैन से जीने नहीं दे रहे हैं और डर का माहौल बना रखा है।”