
आरएनटी मेडिकल कॉलेज को समर्पित की गई पार्थिव देह, चिकित्सा शिक्षा के लिए होगा उपयोग
उदयपुर, 14 अप्रैल। जीवनपर्यंत समाज सेवा की भावना रखने वाले महाराणा प्रताप कृषि व अभियांत्रिकी विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त अनुभाग अधिकारी नाथूलाल चंडालिया का मरणोपरांत देहदान संकल्प उनके परिजनों ने पूर्ण कर एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत किया है। हीराबाग कॉलोनी, उदयपुर निवासी चंडालिया की पार्थिव देह सोमवार को आरएनटी मेडिकल कॉलेज, उदयपुर को सौंप दी गई, जहाँ उनका शरीर चिकित्सा विद्यार्थियों के अध्ययन के लिए उपयोग में लाया जाएगा।
उनकी पुत्री परिधि छाजेड़ ने बताया कि उनके पिताश्री ने वर्ष 2014 में ही देहदान का संकल्प व्यक्त कर इसकी विधिवत घोषणा कर दी थी। रविवार शाम उनका देहावसान हुआ, जिसके पश्चात सोमवार प्रातः उनकी अंतिम यात्रा हीराबाग स्थित निवास से आरएनटी मेडिकल कॉलेज पहुंची।
इस अवसर पर उनकी धर्मपत्नी चन्द्रकला चंडालिया, पुत्री परिधि छाजेड़, दामाद पीयूष छाजेड़, दोहित्री तन्वी छाजेड़, और परिजन प्रकाश जैन, विजय घरबड़ा सहित अनेक परिजन एवं परिचित उपस्थित रहे। मेडिकल कॉलेज के एनाटॉमी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. प्रवीणा ओझा व गीतांजलि अस्पताल के पूर्व आचार्य डॉ. नरेन्द्र मोगरा ने इस प्रक्रिया में विशेष सहयोग प्रदान किया।