कोलकाता, 24 नवंबर। कोलकाता नगर निगम (केएमसी) ने वायु प्रदूषण और धुंध को खत्म करने के लिए पूरे महानगर में स्प्रिंकलर और मिस्ट कैनन तैनात किए हैं।
यहां लोगों को विशेष रूप से बुजुर्ग लोगों और सुबह की सैर करने वालों को सांस लेने में परेशानी हो रही है।
सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि राज्य के शहरी विकास मंत्री एवं कोलकाता के महापौर फिरहाद हकीम ने अधिकारियों को सड़कों पर धुंध तोपों और स्प्रिंकलर को तैनात करने का निर्देश दिया। यहां की हवा की गुणवत्ता खराब है।
सूत्रों ने कहा कि ऐसी दो मशीनें अभी परिचालन में हैं तथा इसमें और मशीनों को भी शामिल किया जा सकता है।
सूत्रों ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी, तो और मशीनों की मांग की जा सकती है। त्योहारी सीज़न के कारण वायु गुणवत्ता प्रभावित हुई है, क्योंकि लाखों लोग दुर्गा पूजा और दिवाली का जश्न मनाने के लिए विभिन्न जिलों से शहर में एकत्र हुए हैं। इस दौरान पटाखों का इस्तेमाल किया गया, जिसका मौजूदा वायु गुणवत्ता पर असर पड़ा और विस्फोटकों के धुएं से वायु प्रदूषण हुआ।
सूत्रों ने बताया कि इसके अलावा त्योहार के दौरान बाहरी इलाकों से वाहनों के प्रवेश में अचानक वृद्धि और सर्द ओस की शुरुआत ने रातों में हवा को गाढ़ा कर दिया है।
रोशनी के त्योहार के लगभग दो सप्ताह बाद भी यहां की वायु लगभग दमघोंटू बनी हुयी है, जिसके कारण लोगों विशेषकर बुजुर्गों और बच्चों के स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा हो गया है। पश्चिम बंगाल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (डब्ल्यूबीपीसीबी) के हवाले से मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि यहां के अत्यधिक आबादी वाले बालीगंज क्षेत्र में गुरुवार को शाम छह बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 296 दर्ज किया गया जबकि बिधाननगर (284) और जादवपुर (252) दर्ज किया गया। दक्षिण का दिल कहे जाने वाले रवीन्द्र सरोबार में (254) दर्ज किया गया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इन्हें पर्यावरण की दृष्टि से खराब माना जाता है। केएमसी सूत्रों ने कहा कि मशीनों की तैनाती से हवा से धूल सड़कों पर आ जाएगी और पानी छिड़कने वाली मशीनें सड़कों को साफ करेंगी और वायु की गुणवत्ता में सुधार करेगी।