
कोलकाता, 08 अप्रैल । चुनाव आयोग (ईसीआई) परिसर में तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी और कीर्ति आज़ाद के बीच हुए विवाद ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस विवाद के वीडियो और स्क्रीनशॉट जारी कर मामले को सार्वजनिक किया है। इस पूरे घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए तृणमूल सांसद सौगत रॉय ने मंगलवार को अपनी निराशा जताई और कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए था।
सौगत रॉय ने कहा कि मुझे दुख है। ऐसा नहीं होना चाहिए था। मुझे नहीं पता कि यह विवाद वास्तव में हुआ या नहीं, लेकिन यदि हुआ है तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है। लोकसभा में हम 29 सांसद हैं और हम सभी को एकजुट होकर काम करना चाहिए।
भाजपा ने इस विवाद से जुड़ी व्हाट्सएप बातचीत के स्क्रीनशॉट भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर साझा किए हैं। भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने न केवल बातचीत के स्क्रीनशॉट साझा किए, बल्कि तृणमूल सांसदों के बीच कथित बहस का वीडियो भी पोस्ट किया। मालवीय के अनुसार, यह विवाद चार अप्रैल को तब हुआ जब दोनों नेता चुनाव आयोग में एक ज्ञापन सौंपने पहुंचे थे।
अमित मालवीय ने दावा किया कि चार अप्रैल को चुनाव आयोग परिसर में दो तृणमूल सांसदों के बीच हुए इस सार्वजनिक विवाद के बाद, गुस्साए सांसद ने ‘वर्सेटाइल इंटरनेशनल लेडी’ (वीआईएल) के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां करना जारी रखा।
मालवीय ने यह भी कहा कि यह विवाद ‘एआईटीसी एमपी 2024’ नामक व्हाट्सएप समूह तक भी फैल गया, जहां दो गुटों के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। इन सबके बीच, अब भी यह सवाल बना हुआ है कि ‘वर्सेटाइल इंटरनेशनल लेडी’ वास्तव में कौन है? यह रहस्य अब दुनिया को सुलझाना है।
सौगत रॉय ने राज्य से जुड़े एक और बड़े मुद्दे पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट द्वारा राज्य सरकार के अधीन और सहायता प्राप्त विद्यालयों में 25 हजार 753 शिक्षकों और गैर शिक्षक कर्मियों की नियुक्तियों को रद्द किए जाने के निर्णय पर दुख व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला बेहद दुखद है।
रॉय ने यह भी बताया कि स्थिति से निपटने के लिए पार्टी द्वारा कई कदम उठाए जा रहे हैं, जिनमें एक पुनर्विचार याचिका दायर करना भी शामिल है