चंडीगढ़, 21 नवम्बर। पंजाब सरकार ने राज्य की 16वीं विधानसभा का पांचवां और शीतकालीन सत्र 28 और 29 नवम्बर को बुलाने का फैसला लिया है।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला लिया गया। मंत्रिमंडल की बैठक के बाद वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने संवाददाताओं से कहा कि सत्र केवल दो दिन का होगा तथा इसमें कुछ लम्बित महत्वपूर्ण विधेयक लाये जायेंगे। इससे पहले मुख्यमंत्री ने सत्र लम्बा होने के संकेत दिये थे।
उल्लेखनीय है कि पंजाब सरकार ने विधानसभा के चौथे सत्र के विस्तार के तौर गत 20 और 21 अक्टूबर को बैठक बुलाई थी जिसे राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने गैरकानूनी करार दे दिया था। विधानसभा का यह सत्र एक दिन की बैठक के बाद ही बिना कोई कार्यवाही के ही अनिश्चितकाल के लिये स्थगित कर दिया गया था।
चीमा ने बताया कि बैठक में पटियाला स्थित महाराजा भूपिंदर विश्वविद्यालय में कामकाज सुचारु रूप से चलाने के लिये नौ पद सृजित करने को भी मंजूरी प्रदान की गयी। इसके अलावा बैठक में जेलों में बंद कई कैदियों के मामले रद्द करने और उन्हें रिहा करने का भी फैसला लिया गया।