
कोलकाता, 19 मार्च । जादवपुर विश्वविद्यालय में तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। तृणमूल समर्थित संगठन ‘शिक्षाबंधु’ के कार्यालय में आगजनी के मामले में पुलिस ने एक और छात्र को गिरफ्तार कर लिया है। इस गिरफ्तारी के विरोध में छात्रों ने जादवपुर थाने के सामने प्रदर्शन किया और पुलिस पर झूठे मामलों में छात्रों को फंसाने का आरोप लगाया।
गिरफ्तार छात्र का नाम सौप्तिक चंद्र बताया गया है, जो सिविल इंजीनियरिंग के दूसरे वर्ष का छात्र है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, एक मार्च की रात विश्वविद्यालय परिसर में ‘शिक्षाबंधु’ कार्यालय में आगजनी की घटना हुई थी, जिसके बाद थाने में मामला दर्ज किया गया था। इसी मामले में पूछताछ के लिए मंगलवार को सौप्तिक को जादवपुर थाने बुलाया गया था, जहां देर शाम को उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद ज्यादा फिर विश्वविद्यालय में छात्रों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया जो बुधवार सुबह तक जारी है।
एक मार्च को हुई आगजनी की घटना के संबंध में सौप्तिक सहित कई अन्य छात्रों को मंगलवार को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। सभी छात्र एक साथ रैली करते हुए थाने पहुंचे थे। पुलिस ने सभी से पूछताछ की, जिसके बाद सौप्तिक की गिरफ्तारी की गई। जैसे ही यह खबर फैली, छात्रों का एक गुट थाने के बाहर जुटकर विरोध प्रदर्शन करने लगा। उनका आरोप है कि पुलिस छात्रों को झूठे मामलों में फंसा रही है, जबकि वे अपनी शिकायतों की जांच नहीं कर रही है।
छात्रों ने थाने के बाहर नारेबाजी करते हुए पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि जब उन्होंने अपनी शिकायतें दर्ज करवाईं, तो उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, लेकिन छात्रों को बार-बार निशाना बनाया जा रहा है।
उमल्लेखनीय है कि एक मार्च को जादवपुर विश्वविद्यालय में तृणमूल समर्थित शिक्षकों के संगठन वेबकूपा का वार्षिक सम्मेलन आयोजित किया गया था। इस सम्मेलन को लेकर विश्वविद्यालय परिसर में तनाव की स्थिति बनी रही। जब शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु इस कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे, तो वामपंथी छात्र संगठनों एसएफआई, आईसा और डीएसएफ ने उनके खिलाफ ‘गो बैक’ के नारे लगाए। इससे विश्वविद्यालय परिसर का माहौल और गरम हो गया। आरोप है कि कुछ छात्रों ने शिक्षा मंत्री की गाड़ी पर हमला किया, जबकि छात्रों का कहना है कि शिक्षा मंत्री की गाड़ी से एक छात्र घायल हो गया। इसी रात विश्वविद्यालय में ‘शिक्षाबंधु’ कार्यालय में आगजनी की घटना हुई, जिसने पूरे मामले को और भड़का दिया।
इस घटना के सिलसिले में अब तक तीन छात्रों को गिरफ्तार किया जा चुका है। घटना के अगले ही दिन कोलकाता पुलिस कमिश्नर मनोज वर्मा ने घोषणा की थी कि आगजनी मामले में साहिल अली को गिरफ्तार किया गया है, हालांकि बाद में अदालत से उसे जमानत मिल गई।
इसके बाद 12 मार्च को दर्शनशास्त्र विभाग के प्रथम वर्ष के छात्र सौम्यदीप उर्फ उजान को पुलिस ने गिरफ्तार किया। मंगलवार को उनकी न्यायिक हिरासत पूरी होने पर अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें जमानत मिल गई। लेकिन पुलिस ने तुरंत अदालत में नई याचिका दायर कर फिर से उनकी गिरफ्तारी की मांग की।