
कोलकाता, 19 मार्च । पश्चिम मेदिनीपुर के सागरपुर में एक गांव के उत्सव के दौरान हुए हंगामे को शांत कराने पहुंची पुलिस पर हमला कर दिया गया। इस घटना में एक पुलिसकर्मी के सिर में गंभीर चोट आई, जबकि पुलिस की गाड़ी को भी तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया गया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल और रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) तैनात करनी पड़ी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 15 लोगों को गिरफ्तार किया है।
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, सागरपुर गांव में एक धार्मिक उत्सव के दौरान कुछ युवक नशे की हालत में आपस में झगड़ रहे थे। घटना की जानकारी मिलते ही दासपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को काबू में कर लिया। लेकिन तभी एक युवक मंदिर के मंच से गिर पड़ा। गांव के कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस की पिटाई से युवक गिरा, जिससे माहौल गरम हो गया।
इसके बाद, पंडाल में मौजूद कुछ लोगों ने पुलिस की गाड़ी को घेर लिया। पहले पुलिस के साथ बहस हुई और फिर हाथापाई शुरू हो गई। इस दौरान एक पुलिसकर्मी के सिर पर हमला कर दिया गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। भीड़ ने पुलिसकर्मियों को गालियां दीं और उनकी गाड़ी को भी तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस बल मौके पर पहुंचा। हालात बिगड़ते देख रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) को भी बुलाया गया। घाटाल अनुमंडल के पुलिस अधिकारी, घाटाल सर्कल इंस्पेक्टर, दासपुर और घाटाल थाने के ओसी भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने देर रात 15 लोगों को गिरफ्तार किया, जिन पर पुलिसकर्मियों पर हमला करने और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप है।
घायल पुलिसकर्मी का इलाज घाटाल अनुमंडल अस्पताल में चल रहा है। जिला पुलिस के अनुसार, कुछ युवक नशे में महिलाओं से दुर्व्यवहार कर रहे थे और इलाके में उपद्रव मचा रहे थे। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया गया।