मुर्शिदाबाद, 18 मार्च । दूसरे राज्य से एक प्रतिष्ठित कंपनी के नकली लॉटरी टिकट लाकर बेचने की कोशिश करने के आरोप में पुलिस ने मंगलवार सुबह मुर्शिदाबाद जिला अंतर्गत रघुनाथगंज थाना क्षेत्र से पांच लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार व्यक्तियों के पास से तीन हजार से अधिक नकली लॉटरी टिकट बरामद किये गये।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार लोगों के नाम मोजाहर शेख, मिनारुल शेख, आरजू शेख, मोनिरुल शेख और सनीरुल शेख हैं। उनके घर रघुनाथगंज पुलिस थाने के अंतर्गत विभिन्न गांवों में हैं। मंगलवार सुबह सूचना मिलने पर रघुनाथगंज थाना पुलिस ने गैराज से सटे इलाके में छापेमारी कर उन्हें गिरफ्तार किया।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, पश्चिम बंगाल में लॉटरी टिकट विक्रेताओं के बीच ‘डियर लॉटरी’ काफी लोकप्रिय है। हालांकि यह कंपनी राज्य सरकार को बकाया राजस्व देकर अपना कारोबार चला रही है, लेकिन कुछ बेईमान व्यापारी इनके नाम का इस्तेमाल कर झारखंड और कुछ अन्य जिलों से इसी नाम के नकली लॉटरी टिकट लाकर विभिन्न विक्रेताओं के माध्यम से बाजार में वितरित कर रहे हैं। इससे जहां राज्य सरकार को भारी राजस्व का नुकसान हो रहा है, वहीं कई लोग नकली लॉटरी टिकट खरीदकर अपना धन गंवा रहे हैं।

स्थानीय सूत्रों के अनुसार, असली टिकट खरीदने और उसके नंबरों के मेल खाने पर जो नकद पुरस्कार दिया जाता है, वह नकली टिकट के मामले में नहीं दिया जाता। नकली टिकटों का प्रथम पुरस्कार अधिकतम बीस से पच्चीस हजार रुपये होता है। बहुत बड़ी संख्या में लोग नकली टिकटों पर पुरस्कार जीतते हैं। इसके अतिरिक्त, यदि मूल टिकट से कोई पुरस्कार मिलता है, तो क्रेता किसी भी डीलर को टिकट जमा करके पुरस्कार राशि का दावा कर सकता है लेकिन नकली टिकटों के मामले में, खरीदार को पुरस्कार लेने के लिए वहां जाना होता है जहां से उसने टिकट खरीदा था। हालांकि, चूंकि नकली टिकट विक्रेताओं को उच्च कमीशन दिया जाता है, इसलिए झारखंड की सीमा से लगे मुर्शिदाबाद के रघुनाथगंज, सुती और शमशेरगंज पुलिस थानों में असली टिकटों की तुलना में अब नकली टिकट अधिक बिक रहे हैं।

जंगीपुर पुलिस जिला अधीक्षक आनंद रॉय ने कहा कि हम नकली लॉटरी टिकटों के खिलाफ ‘शून्य सहिष्णुता’ की नीति अपना रहे हैं। हम इन आरोपित व्यापारियों के खिलाफ सभी पुलिस थाना क्षेत्रों में नियमित रूप से छापेमारी कर रहे हैं।