कोलकाता, 07 जनवरी। शिक्षक भर्ती घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कुंतल घोष, अर्पिता मुखर्जी सहित कुल 53 लोगों पर आरोप तय किए हैं। सभी आरोपित मंगलवार को विशेष ईडी अदालत में पेश हुए और खुद को निर्दोष बताया। कुछ ने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया। कुंतल घोष ने खुद की तुलना सत्यजीत राय के प्रसिद्ध पात्र ‘चरणदास’ से करते हुए कहा कि उन्हें भी गाने के कारण जेल जाना पड़ा था।

कुंतल घोष का बयान : प्रतिशोध का आरोप

कुंतल घोष ने अदालत में कहा कि मैंने भाजपा और केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध किया, जिसके कारण मुझ पर राजनीतिक प्रतिशोध के तहत कार्रवाई की जा रही है। मेरा इस घोटाले से कोई लेना-देना नहीं है। इस पर न्यायाधीश ने कहा कि ऐसी बातें धरने में कहें, अदालत में नहीं।

अर्पिता मुखर्जी ने अपने बचाव में कहा कि मुझे किसी भी अवैध गतिविधि की जानकारी नहीं थी। मैं किसी सरकारी एजेंसी से जुड़ी नहीं थी और न ही मुझे पैसे की जानकारी थी। हालांकि, न्यायाधीश ने उन्हें सरकारी दस्तावेज छिपाने में उनकी कथित भूमिका की याद दिलाई।

न्यायाधीश का बयान : आरोप तय करने के पर्याप्त सबूत

 

न्यायाधीश ने कहा कि ईडी ने सभी आरोपितों के खिलाफ आरोप तय करने के लिए पर्याप्त सबूत पेश किए हैं। उन्होंने पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी के दामाद कल्याणमय भट्टाचार्य को याद दिलाया कि उन्होंने ट्रस्ट के जरिए धन का दुरुपयोग किया। अन्य आरोपितों, जिनमें माणिक भट्टाचार्य का परिवार भी शामिल है, ने भी खुद को निर्दोष बताया, लेकिन उन्हें आय से अधिक संपत्ति के मामले से जोड़ा गया।