चित्तौड़गढ़, 08 नवम्बर। राजस्थान विधानसभा के चुनावी रण में प्रदेश की हॉट सीट बन चुकी चित्तौड़गढ़ सीट से कांग्रेस प्रत्याशी एवं वरिष्ठ नेता सुरेंद्रसिंह जाड़ावत ने बुधवार को कहा कि यह उनका अंतिम चुनाव होगा और वे काम के आधार पर जनमत मांगेंगे।

जाड़ावत ने बुधवार को पत्रकारों को कहा कि इस बार उनका टिकट नहीं होना था, लेकिन कार्यकर्ताओं के गुस्से को देखते हुए नेतृत्व को अंतिम समय में विचार कर दो बार लगातार हारने के बावजूद टिकट देना पड़ा और यह उनका अंतिम चुनाव होगा, इसके बाद वे अगले पांच वर्षों में चुनाव के लिए नई पीढ़ी तैयार करेंगे।

उन्होंने कहा कि हारने के बाद भी राज्य मंत्री की जिम्मेदारी मिलने पर चित्तौडगढ़ विधानसभा क्षेत्र में लोगों की मूलभूत आवश्यकताओं के सभी काम किये। वे सरकार की विकास परियोजनाओं को आधार बताकर जनता के बीच जायेंगे। उन्होंने अपनी उपलब्धियों में सबसे बड़ी चंबल परियोजना बताई जो आजादी के बाद कोई नहीं कर सका, जिसके जरिये विधानसभा के 265 गांवों और शहर को पेयजल की समस्या से मुक्ति मिलेगी।

भाजपा के नरपतसिंह राजवी को अपना मुख्य प्रतिद्वंदी बताते हुए उन्होंने भाजपा के बागी और उन्हें लगातार दो बार हराने वाले चंद्रभासिंह आक्या के लिए कहा कि आक्या निर्दलीय हैं। एक राष्ट्रीय पार्टी के प्रत्याशी का मुकाबला एक राष्ट्रीय पार्टी के प्रत्याशी से ही होगा।