कोलकाता, 20 दिसंबर । केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रल्हाद जोशी ने शुक्रवार कहा कि भारत न केवल ऊर्जा क्रांति का साक्षी बन रहा है, बल्कि विश्व की नवीकरणीय ऊर्जा राजधानी बनने की ओर अग्रसर है। वह यहां 21वें यंग इंडियन नेशनल समिट-टेक प्राइड-2024 को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में विश्व के सबसे उभरते देशों में से एक बन चुका है।
प्रल्हाद जोशी ने कहा कि नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में भारत के कदमों को न केवल पूरी दुनिया बारीकी से देख रही है, बल्कि कई देश इसे अपनाने का प्रयास कर रहे हैं। भारत ने लगभग 15 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता जोड़ी है, जो पिछले वर्ष के 7.54 गीगावॉट के आंकड़े से लगभग दोगुनी है। साथ ही, भारत की गैर-जीवाश्म ईंधन ऊर्जा क्षेत्र में कुल स्थापित क्षमता 214 गीगावॉट तक पहुंच गई है, जो पिछले साल की तुलना में 14 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है।
2030 तक 500 गीगावॉट लक्ष्य का संकल्प जोशी ने दोहराया कि केंद्र सरकार 2030 तक गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित 500 गीगावॉट क्षमता हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि भारत जी-20 का एकमात्र ऐसा देश है जिसने 2015 में पेरिस जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में तय किए गए सतत विकास लक्ष्यों को समय सीमा से पहले ही पूरा कर लिया है। मंत्री ने कहा कि भारत के ऊर्जा क्षेत्र का यह परिवर्तन 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य से गहराई से जुड़ा हुआ है।
युवाओं से राजनीति में आने की अपील
मंत्री ने युवाओं के कौशल विकास और सशक्तिकरण के प्रयासों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार युवाओं को आधुनिक तकनीकों और नए कौशल में प्रशिक्षित करने के लिए कई योजनाओं का समर्थन कर रही है, ताकि वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत 2047 के विजन को साकार करने में अपनी भूमिका निभा सकें। उन्होंने युवाओं से राष्ट्र सेवा के लिए राजनीति में आने की भी अपील की।
जोशी ने बताया कि सरकार ने नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के विकास के लिए कई अहम कदम उठाए हैं। इसमें सोलर पैनल और मॉड्यूल के घरेलू निर्माण को बढ़ावा देने के लिए 24 हजार करोड़ रुपये के प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) योजना का शुभारंभ शामिल है।
कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री ने क्लाइमेट एक्शन डॉक्यूमेंट भी लॉन्च किया और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में भारत की प्रगति को एक नया आयाम देने का संकल्प व्यक्त किया।