भाईदूज के अगले ही दिन से शुरू होगी नानी बाई का मायरा कथा
गांव से लेकर महानगरों तक माहेश्वरी समाज को पहुंच रहा कथा का निमंत्रण
तीन दिवसीय कथा में होंगे विभिन्न धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन
माहेश्वरी समाज पलाना खुर्द कर रहा है आयोजन
पलाना खुर्द, 07 नवम्बर। उदयपुर जिले की मावली तहसील के पलाना खुर्द (माहेश्वरियों का पलाना) गांव में 16 से 18 नवम्बर तक नानीबाई का मायरा कथा का भव्य आयोजन किया जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय रामस्नेही सम्प्रदाय के विद्वान संत रमतारामजी महाराज के कृपा पात्र शिष्य दिग्विजयरामजी महाराज की निर्मल वाणी भक्तों को कथा का रसपान कराएगी। कथा को लेकर जहां एक ओर गांव में तैयारियां जोरों पर हैं, वहीं गांव से लेकर नगर-महानगरों तक माहेश्वरी समाज को कथा में पधारने का निमंत्रण दिया जा रहा है। इतना ही नहीं, इस बार गांव में इस कथा को लेकर दीपोत्सव का उल्लास भी बढ़ा है। समाज का कहना है कि इस बार यहां दीपोत्सव कथा तक चलेगा, क्योंकि भाईदूज के अगले ही दिन से कथा का शुभारंभ हो जाएगा।
आयोजनकर्ता माहेश्वरी समाज पलाना खुर्द के प्रबुद्धजनों ने बताया कि माहेश्वरी समाज पलाना खुर्द की ओर से उदयपुर संभाग सहित गुजरात व महाराष्ट्र में बसे मेवाड़ के माहेश्वरी समाजजनों को कथा में पधारने का निमंत्रण भेजा गया है। अंतरराष्ट्रीय राम स्नेही संप्रदाय के समस्त राम चरणानुरागी भक्तों को भी विशेष रूप से निमंत्रण कर कथा में पधारने का भावभरा आग्रह किया गया है।
आयोजनकर्ता समाजजनों ने बताया कि उदयपुर, नाथद्वारा, सालेरा, खेमली, मावली, फतेहनगर, रेलमगरा, धनेरिया, चराणा एवं ग्राम पंचायत पलाना खुर्द के अंतर्गत आने वाले सभी सभी गांवों को इस कथा महोत्सव में पधारने का निमंत्रण दिया गया है।
इस क्षेत्र सहित समाज की ओर से नड़ियाद माहेश्वरी समाज, श्री माहेश्वरी सेवा सदन संस्था अहमदाबाद, रामायण मंडल ओढव अहमदाबाद, बड़ौदा, मुंबई, मेरठ, दिल्ली, सूरत सहित सभी गांवों-नगरों-महानगरों में निवासरत माहेश्वरी समाज के परिवारों व संस्थाओं को निमंत्रण दिया गया है।
प्रबुद्धजनों ने बताया कि नाथद्वारा माहेश्वरी समाज के वरिष्ठ हरिवल्लभ लखोटिया, श्याम लखोटिया को निमंत्रण देते हुए नाथद्वारा से समस्त समाजजनों को आमंत्रित किया गया। पुष्कर स्थित अखिल भारतीय माहेश्वरी सेवा सदन के उपाध्यक्ष शंकरलाल बाहेती (अहमदाबाद) को समस्त कार्यकारिणी के साथ कथा में पधारने का निमंत्रण प्रदान किया गया।
उल्लेखनीय है कि 16 नवम्बर से शुरू होने वाली तीन दिवसीय कथा गांव के सतीमाताजी के स्थान पर होगी जहां विशाल पाण्डाल द्वारिकाधाम बनाया जा रहा है। कथा 16 नवम्बर को दोपहर एक बजे शुरू होगी। कथा से पहले सुबह 11 बजे भव्य कलशयात्रा का आयोजन होगा। कलशयात्रा गांव में स्थित चारभुजानाथ मंदिर से शुरू होकर कथा स्थल तक जाएगी। कथा का समय नियमित रूप से दोपहर एक बजे से अपराह्न 4.30 बजे तक का रहेगा। तीन दिवसीय कथा के दौरान पहले दिन शाम को हर घर राम-जय जय राम कार्यक्रम होगा। दूसरे दिन शाम को पारम्परिक गरबा रास का आयोजन रखा गया है जिसमें धार्मिक व पारम्परिक भक्तिगीतों पर गरबा होगा। प्रतिदिन कथा के उपरांत महाप्रसादी भी कथास्थाल पर रहेगी। कथा के दौरान गांव में प्रभातफेरी भी निकाली जाएगी।
समाज के प्रबुद्धजनों ने बताया कि संत दिग्विजयरामजी महाराज (रामद्वारा चित्तौड़गढ़) अब तक 61 कथाएं कर चुके हैं। 10 जून 2016 को उन्होंने प्रथम कथा की थी। भागवत कथा से शुरुआत के बाद उन्होंने शिवपुराण, रामकथा, नानीबाई का मायरा एवं रामस्नेही सम्प्रदाय के आद्याचार्य स्वामी रामचरणजी महाराज की अनुभव वाणी की संगीतमय कथा भी की। वे सिंगापुर, मलेशिया, दुबई, बाली, इंडोनेशिया, श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका व यूरोप में भी कथा सत्संग वार्ता कर चुके हैं। पलाना खुर्द में उनकी 62वीं कथा होगी।
उल्लेखनीय है कि पलाना खुर्द को बसे हुए करीब 300 वर्ष हुए हैं, यह अवसर भी महत्वपूर्ण हो गया है। ऐसे में इस कथा महोत्सव को पलाना खुर्द के त्रिशताब्दी महोत्सव के रूप में भी देखा जा रहा है। समाजजनों ने इस महोत्सव को आध्यात्मिक, आत्मीय, स्नेह एवं प्रेम के महायज्ञ की संज्ञा दी है। यह भी उल्लेखनीय है कि कथा व्यास माहेश्वरी कुल में जन्म लेकर रामस्नेही सम्प्रदाय में दीक्षित हुए और संन्यास का मार्ग अपनाया। माहेश्वरी समाज पलाना खुर्द उनका आशीर्वाद पाकर स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा है।
आयोजन के मद्देनजर पलाना से बाहर रहने वाले यहां के मूल परिवारों ने अपने घरों की मरम्मत व रंगरोगन करवाया है। गांव के रामद्वारा का भी रंगरोगन किया गया है। कथा के दौरान गांव को दुल्हन की तरह सजाया जाएगा। कथा के निमित्त इस बार गांव में दीपावली पर उत्साह का माहौल है। दीपोत्सव के साथ ही गांव में कथा की रौनक शुरू हो जाएगी। समाजजनों का कहना है कि गांव में इस बार दीपोत्सव का उल्लास कथा के समापन तक रहेगा, यानी पांच दिन का दीपोत्सव इस बार दस दिन का रहेगा। इस कथा के निमित्त सभी परिवार तो आ ही रहे हैं, गांव की बहन-बेटियों, सगे-सम्बन्धियों, इष्टमित्रों के परिवारों को भी आने का न्यौता दिया गया है। पलाना खुर्द में माहेश्वरी समाज के मूल परिवार 94 हैं और सम्पूर्ण भारतवर्ष में यहां से जाकर बसे परिवारों की संख्या 353 है।