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नई दिल्ली, 20 नवंबर । भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) का कहना है कि अनचाहे मैसेज के खिलाफ मिल रही शिकायतों में पिछले तीन माह में गिरावट दर्ज की गई है। लोगों को इन अनचाहे मैसेज से बचाने के उपाय कारगर साबित हो रहे हैं। ट्राई ने मैसेज के स्रोत तक पहुंचने के लिए सर्विस प्रोवाइडर को जरूरी उपाय करने की समय सीमा में ढील देते हुए इस महीने के अंत तक बढ़ा दिया है।

ट्राई के एक्सेस प्रदाताओं की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार अपंजीकृत प्रेषकों के खिलाफ पंजीकृत शिकायतों की संख्या अगस्त 2024 में 1.89 लाख थी, सितंबर 2024 में यह घटकर 1.63 लाख (अगस्त 2024 से 13 प्रतिशत की कमी) और अक्टूबर 2024 में 1.51 लाख (अगस्त 2024 से 20 प्रतिशत की कमी) हो गई है।

दूरसंचार मंत्रालय के अनुसार मैसेज ट्रैसेबिलिटी को बढ़ाने के लिए ट्राई ने 20 अगस्त को निर्देश जारी किये थे और 1 नवंबर तक आखिरी समय सीमा तय की थी। हालाँकि, प्रमुख संस्थाओं (पीई) और टेलीमार्केटर्स (टीएम) द्वारा तकनीकी उन्नयन और श्रृंखला घोषणा के लिए और समय मांगने पर ट्राई ने 28 अक्टूबर के अपने निर्देश के तहत यह अवधि 30 नवंबर तक बढ़ा दी है।