कोलकाता, 15 नवंबर। कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ झारग्राम मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की सीबीआई जांच की याचिका पर अगले सप्ताह सुनवाई करेगी।

डॉ. दीप्रो भट्टाचार्य का शव सात नवंबर की दोपहर संदिग्ध स्थिति में मिला था। वे झारग्राम में एक निजी लॉज में किरायेदार थे। जब उनकी कॉल का जवाब नहीं मिला, तो उनके साथियों ने पुलिस को सूचना दी। सुबह करीब 11 बजे पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़ा और वहां से एक नोट और एक सिरिंज बरामद की।

याचिका में क्या कहा गया?

याचिकाकर्ता ने इस मामले में कई संदिग्ध तत्व होने का दावा करते हुए सीबीआई जांच की मांग की है ताकि मामले की निष्पक्ष जांच हो सके। याचिकाकर्ता ने बताया कि मृत डॉक्टर ने एक व्हाट्सएप ग्रुप पर राज्य के मेडिकल कॉलेजों में फैली “धमकी संस्कृति” का जिक्र किया था। उनका कहना है कि झारग्राम में ऐसी धमकी भरी स्थिति बनी हुई है, जिससे डॉक्टरों के लिए काम करना मुश्किल हो रहा है।

इस मामले में आरजी कर मेडिकल कॉलेज का भी जिक्र किया गया है, जहां अगस्त में एक महिला डॉक्टर की हत्या और दुष्कर्म का मामला सामने आया था। याचिकाकर्ता ने राज्य पुलिस पर पक्षपातपूर्ण जांच का आरोप लगाते हुए कहा कि सीबीआई से जांच करवाने से मामले में पारदर्शिता बनी रहेगी।

मृत डॉक्टर ने मौत से पहले अपने संदेश में यह भी कहा था कि आरजी कर में रहते हुए उन्होंने धमकी संस्कृति के खिलाफ आवाज उठाई थी। उन्होंने ऐसे लोगों को दोषी बताया, जो मेडिकल कॉलेजों में डर और भाई-भतीजावाद फैलाते हैं।