कोलकाता, 14 नवंबर । पढ़ाई के लिए टेबलेट खरीदने को राज्य सरकार की ओर से भेजे गए पैसे बहुत से स्कूली छात्रों के बैंक खातों में जमा नहीं हुए हैं। यह समस्या सिर्फ जिलों में ही नहीं बल्कि कोलकाता के कई स्कूलों में भी सामने आई है। इस मुद्दे को लेकर कोलकाता पुलिस के पास पर 100 से अधिक छात्रों की शिकायतें आई हैं। इन शिकायतों की जांच के लिए अब कोलकाता पुलिस ने एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया है, जिसमें 10 सदस्यों को शामिल किया गया है।
राज्य सरकार ने 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों को पढ़ाई में सहूलियत देने के उद्देश्य से ‘तरुणेर स्वप्न’ योजना के तहत 10 हजार रुपये की एकमुश्त राशि देने की घोषणा की थी। इस योजना के अंतर्गत छात्रों को टेबलेट खरीदने के लिए पंजीकृत पोर्टल पर आवेदन करने के बाद पैसे सीधे उनके बैंक खातों में ट्रांसफर किए जाने थे।
पूजा के बाद से ही छात्रों के बैंक खातों में ये रकम जमा होनी शुरू हो गई । लेकिन कई छात्रों ने शिकायत की है कि उनके खाते में यह राशि नहीं पहुंची है। यह समस्या सबसे पहले पूर्व बर्दवान जिले में देखने को मिली थी, जहां कुछ छात्रों के टेबलेट के पैसे किसी अन्य खाते में जमा होने की बात सामने आई। इसके बाद अन्य जिलों से भी ऐसी शिकायतें मिलने लगीं।
यह समस्या कोलकाता के भी कई इलाकों में सामने आई । यदवपुर, कासबा, बेनियापुकुर, मानिकतला, वाटगंज, सरसुना, जोरासांको, गोल्फ ग्रीन और भवानीपुर थाने में भी छात्रों के खाते में पैसे न पहुंचने की शिकायतें दर्ज हुई हैं। यादवपुर के एक स्कूल के 12 छात्र और ठाकुरपुकुर के एक स्कूल के 31 छात्रों के खाते में अभी तक पैसे नहीं पहुंचे हैं। इसी तरह, कासबा में 10, जोरासांको में 40, और बेनियापुकुर में पांच छात्रों के पैसे गुम होने की शिकायतें दर्ज हुई हैं। ज्यादातर मामलों में छात्रों ने बताया है कि उनकी रकम किसी अन्य खाते में ट्रांसफर हो गई है।
इस मामले की जांच के लिए कई जिलों की पुलिस ने एसआईटी का गठन कर जांच शुरू की है। कई आरोपितों को गिरफ्तार भी किया गया है। बुधवार को सरसुना के एक स्कूल में छात्रों के पैसे गायब होने के मामले में उत्तर दिनाजपुर के चोपड़ा से कृष्णपद बर्मन और सरिफुल इस्लाम नाम के दो आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार किए गए दोनों में से एक किसान और दूसरा चाय बागान का श्रमिक है। कोलकाता पुलिस के खुफिया विभाग से जानकारी मिलने के बाद इस्लामपुर थाना पुलिस ने इन दोनों को गिरफ्तार किया।
सूत्रों के अनुसार, दोनों आरोपित साइबर कैफे से जुड़े हुए हैं। इस पूरे मामले की सघन जांच के लिए अब कोलकाता पुलिस ने भी एसआईटी का गठन किया है, जो यह पता लगाएगी कि कोलकाता के स्कूलों के छात्रों के खाते में पैसे क्यों नहीं पहुंचे और इस पूरी प्रक्रिया में कौन-कौन शामिल है।