बीकानेर, 13 नवंबर। ऑटोचालकों की समस्याओं के समाधान तथा फिटनेस सेंटर की उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर बुधवार को ऑटोरिक्शा चालकों ने इंटक नेता हेमंत किराडू, समीर खान के नेतृत्व में कलेक्ट्री पर प्रदर्शन और नारेबाजी की।
हेमंत किराडू ने चेतावनी दी कि यदि ऑटोचालकों की समस्याओं का समाधान शीघ्र नहीं किया गया तो चक्काजाम किया जाएगा।
किराडू ने कहा कि राज्य के अन्य शहरों में नगर बस सेवा का चलन है लेकिन बीकानेर में सार्वजनिक परिवहन के लिए ऑटो रिक्शा के अलावा कोई भी साधन नहीं है। वर्ष-2004 में बीकानेर की जनसंख्या के आधार पर ऑटो रिक्शाओं के परमिट 4 हजार जारी किए गए थे। उसके बाद इन 20 सालों में बीकानेर शहर की आबादी में बढ़ोतरी हुई है,36 गांव नगर विकास न्यास के क्षेत्र में शामिल किए जा चुके हैं। लेकिन अभी तक ऑटो रिक्शाओं के परमिट का स्कोप अभी तक नहीं बढ़ा है।
किराडू ने आरोप लगाया है कि ऑटो रिक्शा चालकों को ऑटो रिक्शा की फिटनेस और कागजात सही नहीं होने के नाम पर परेशान किया जाता है। किराड़ू का कहना है कि भारतीय परिवहन मंत्रालय के मापदण्ड के अनुसार प्रदूषणरहित माने जाने वाले एल.पी.जी. रिक्शा, इलेक्ट्रोनिक रिक्शा एवं यूरो-6 ऑटोरिक्शा के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है।
किराडू ने कहा कि बीकानेर शहर में डीजल के ऑटो रिक्शा बहुत कम है, यूनियन उनको सड़क से हटाने के लिए प्रयत्नशील है।
किराड़ू ने निजी फिटनेस सेंटर्स पर मनमानी का आरोप लगाया। किराड़ू ने कहा कि ये फिटनेस सेंटर ऑटो चालकों एवं अन्य वाहन चालकों से मनमानी फीस वसूल कर रहे हैं। इसकी जांच के लिए कमेटी बनायी जानी चाहिए। किराडू ने बताया कि वर्ष-2004 में डीजल ऑटो रिक्शा मॉडल कंडीशन में आए थे उनके परमिट आज भी बीकानेर आरटीओ कार्यालय में पड़े है।
किराड़ू ने रेलवे स्टेशन पर भी ऑटो रिक्शा स्टैण्ड निर्धारित करने की मांग भी की ।
किराडू ने बताया कि प्रदर्शनकारियों में कैलाश जोशी, समीर, जाकिर पडि़हार, ओम चौधरी, किशोर, राजाराम बिश्नोई, नीरज शर्मा सहित अनेक मौजूद थे।