कोलकाता, 13 नवंबर । पश्चिम बंगाल की छह विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए  सुबह सात बजे मतदान  शुरू होते ही हड़ोआ के सदरपुर स्थित 200 नंबर बूथ में भाजपा और तृणमूल के कार्यकर्ताओं के बीच तनावपूर्ण माहौल पैदा हो गया। भाजपा प्रत्याशी विमल दास और तृणमूल के बूथ एजेंट के बीच बहस छिड़ गई।

विमल ने आरोप लगाया कि ईवीएम मशीन को बूथ के दरवाजे की तरफ घुमाया जाए, ताकि मतदाता आसानी से मतदान कर सकें। लेकिन तृणमूल एजेंट ने इसका विरोध किया, जिसके बाद दोनों पक्षों में तीखी बहस शुरू हो गई। इस घटना के बाद बूथ के बाहर भी भाजपा और तृणमूल कार्यकर्ताओं की भीड़ इकट्ठा हो गई, जिससे माहौल गर्मा गया। पुलिस को हालात काबू में लाने के लिए मौके पर आना पड़ा और भीड़ को हटाया गया।

नैहाटी में भाजपा एजेंट को बूथ में घुसने से रोका गया

नैहाटी के 63 नंबर बूथ में मतदान शुरू होने से पहले ही विवाद खड़ा हो गया। भाजपा का आरोप है कि तृणमूल समर्थकों ने उनके बूथ एजेंट को अंदर घुसने से रोक दिया। इस खबर पर नैहाटी के भाजपा प्रत्याशी रूपक मित्रा वहां पहुंचे और अपने एजेंट को बूथ में बैठाया।
रूपक मित्रा ने कहा कि तृणमूल उनके एजेंट को अंदर आने से रोक रही थी, और इस घटना की शिकायत निर्वाचन आयोग से की जाएगी। हालांकि, तृणमूल ने इन आरोपों का खंडन किया है।

सिताई में बिना पॉलिंग एजेंट के मॉक पोल

सिताई विधानसभा क्षेत्र में स्थित आदर्श मतदान केंद्र में मॉक पोल पॉलिंग एजेंट की अनुपस्थिति में ही संपन्न किया गया। निर्वाचन कर्मियों ने बिना किसी पॉलिंग एजेंट के मॉक पोल की प्रक्रिया को अंजाम दिया, जिससे इस बूथ पर मतदान की शुरुआत हुई। सिताई के एक बूथ पर केंद्रीय बल के जवान सुरक्षा में तैनात रहे।

छह सीटों पर उपचुनाव में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

राज्य के छह विधानसभा क्षेत्रों – हाड़ोआ, नैहाटी, मदारीहाट, मेदिनीपुर, तालडांगा और सिताई में उपचुनाव के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। निर्वाचन आयोग ने किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए कुल 108 कंपनियां केंद्रीय सुरक्षा बलों को तैनात किया है। सिताई, मादारीहाट, नैहाटी, हाड़ोआ, मेदिनीपुर और तालडांगा में कुल मिलाकर केंद्रीय सुरक्षा बल की कंपनियों को चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगाया गया है। इनमें से 102 कंपनियों को बूथ पर तैनात किया गया है, जबकि छह कंपनियों को स्ट्रांग रूम की सुरक्षा के लिए लगाया गया है।

इस उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच मुख्य मुकाबला है, जबकि कांग्रेस और वाम दलों के बीच गठबंधन नहीं होने से दोनों दल अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं। हाड़ोआ में तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशी शेख रबीउल इस्लाम, भाजपा के विमल दास, कांग्रेस के हबीब राजा चौधरी और वामपंथी समर्थित आईएसएफ के पियारुल इस्लाम मैदान में हैं।