कोलकाता, 10 नवंबर। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सोमवार को दार्जिलिंग की दो दिवसीय यात्रा पर जा रही हैं। इस यात्रा के दौरान वह प्रशासनिक बैठक के अलावा दार्जिलिंग के चौरास्ता में ‘सरस मेला’ का उद्घाटन करेंगी। सचिवालय के एक अधिकारी के अनुसार, ममता बनर्जी सोमवार रात को दार्जिलिंग पहुंचेंगी और मंगलवार दोपहर 3:30 बजे गोरखा टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन (जीटीए) के साथ प्रशासनिक बैठक करेंगी। इसके बाद बुधवार दोपहर तीन बजे दार्जिलिंग में सरस मेले का उद्घाटन का उनका कार्यक्रम है। मुख्यमंत्री गुरुवार को सिलिगुड़ी लौटेंगी और शुक्रवार को एक अन्य कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कोलकाता पहुंचेंगी।
मुख्यमंत्री के इस दौरे में कोई घोषित राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है। अधिकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री केवल प्रशासनिक बैठक और सरस मेले के उद्घाटन के उद्देश्य से दार्जिलिंग जा रही हैं।
वर्तमान में जीटीए में अनित थापा की पार्टी भारतीय गोरखा प्रजातांत्रिक मोर्चा का शासन है और राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के साथ उनके संबंध अच्छे हैं। राज्य सरकार विभिन्न स्तरों पर जीटीए का सहयोग कर रही है और कई विकास परियोजनाओं पर विचार किया जा रहा है। पिछले साल मुख्यमंत्री ने पहाड़ को एक आईटी हब के रूप में विकसित करने की योजना भी साझा की थी, जिस पर कार्य प्रारंभ हो चुका है।
जिला प्रशासन के अनुसार, दार्जिलिंग के कर्सियांग में एक मल्टी-स्टोरिड कार पार्किंग को आईटी केंद्र में बदलने का काम चल रहा है और कलिम्पोंग के गोरुबाथान में भी एक आईटी केंद्र के लिए जमीन चिन्हित की गई है। उधर दार्जिलिंग क्षेत्र के तीन नगरपालिकाओं के चुनाव लंबित हैं और इस संबंध में एक जनहित याचिका भी हाई कोर्ट में दायर की गई है। उच्च न्यायालय ने राज्य को लगभग डेढ़ महीने में इस पर निर्णय लेने का निर्देश दिया था और चुनाव की तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं। मुख्यमंत्री के इस दौरे में इन विषयों पर चर्चा होने की संभावना है।
इस वर्ष मुख्यमंत्री के प्रयासों से पहली बार दार्जिलिंग में सरस मेले का आयोजन हो रहा है। राज्य का पंचायत विभाग इस मेले का आयोजन कर रहा है। आम तौर पर यह मेला कोलकाता के न्यू टाउन में होता है और उत्तर बंगाल के लोगों के लिए सिलिगुड़ी में भी आयोजन होता है, लेकिन इस बार यह दार्जिलिंग शहर में हो रहा है।
मुख्यमंत्री के इस दौरे के बाद शुक्रवार को बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती मनाने के लिए राजारहाट में एक समारोह आयोजित किया जाएगा। मुख्यमंत्री इस अवसर पर आदिवासी भवन में आयोजित बिरसा मुंडा दिवस के समारोह में भी शामिल होंगी। इस वर्ष राज्य सरकार ने 15 से 21 नवंबर तक सभी जिलों में बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती मनाने का निर्णय लिया है।