न्यूयॉर्क, 9 नवंबर । भारत ने संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में एक बार फिर पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया है। भारत ने यूएन में साफ कहा है कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग था, है और रहेगा।

यूएन में भारत की तरफ से ये बात राज्यसभा सदस्य सुधांशु त्रिवेदी ने कही। उन्होंने जम्मू-कश्मीर को लेकर पाकिस्तान के झूठे प्रोपेगैंडा पर निशाना साधाते हुए कहा कि अपनी हरकतों से पड़ोसी मुल्क तथ्य नहीं बदल सकता। जम्मू-कश्मीर के लोगों ने हाल ही में अपने लोकतांत्रिक और निर्वाचन के अधिकार का इस्तेमाल किया है और नई सरकार चुनी है। पाकिस्तान को अपनी झूठी बातों से बचना चाहिए क्योंकि इससे तथ्य नहीं बदल जाएंगे।

दरअसल, यूएन महासभा में पीसकीपिंग मिशन्स को लेकर जारी चर्चा के बीच पाकिस्तान ने एक बार फिर जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाया। पाकिस्तान की तरफ से की गई टिप्पणियों के जवाब में भारत ने आरओआर (राइट ऑफ रिप्लाई) के विकल्प का इस्तेमाल किया करते हुए कहा कि पाकिस्तान ने एजेंडे को अनावश्यक रूप से भटकाने की कोशिश की है। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग था, है और रहेगा। राज्यसभा सांसद त्रिवेदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में यह लोकतांत्रिक बदलाव सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मजबूत विदेश नीति की वजह से संभव हुआ है, जो अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की सख्त और स्वीकार्य छवि दिखाता है।

सुधांशु त्रिवेदी उन 12 सांसदों की टीम का हिस्सा हैं, जो यूएन में अलग-अलग मुद्दों पर बैठकों में हिस्सा ले रही है।

बाद में सुधांशु त्रिवेदी ने एक्स पर पोस्ट साझा कर कहा कि शांति रक्षा अभियानों पर संयुक्त राष्ट्र में चर्चा के दौरान पाकिस्तान के प्रतिनिधि ने संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षा विषय पर बोलते हुए विषय को भटकाने की कोशिश की और बेवजह इसका जिक्र किया।