कोलकाता, 06 नवंबर । बिहार की प्रसिद्ध लोकगायिका शारदा सिन्हा के निधन से संगीत जगत में शोक की लहर है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने ट्वीट में उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि अपनी मधुर आवाज़ के कारण ‘बिहार कोकिला’ के नाम से मशहूर शारदा जी की यादें हमेशा जीवित रहेंगी। वह भोजपुरी, मैथिली, और मगही गीतों के लिए प्रसिद्ध थीं।
72 वर्षीय शारदा सिन्हा का निधन दुर्लभ ब्लड कैंसर मायलोमा से हुआ, जिसका इलाज वह 2018 से करा रही थीं। उनके अंतिम संस्कार के लिए पार्थिव शरीर पटना लाया गया है।
शारदा सिन्हा, जिन्हें ‘बिहार कोकिला’ के नाम से जाना जाता था, भारतीय लोकसंगीत की प्रमुख हस्ती थीं। उन्होंने मुख्य रूप से भोजपुरी, मैथिली और मगही भाषाओं में गाने गाए। छठ पूजा जैसे त्योहारों के गीतों से प्रसिद्ध शारदा सिन्हा को पद्मश्री और पद्मभूषण से भी सम्मानित किया गया। उनका निधन पांच नवंबर, 2024 को 72 वर्ष की आयु में मायलोमा नामक रक्त कैंसर के कारण हुआ। वह बिहार की सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक मानी जाती थीं, और उनकी आवाज़ को हमेशा याद किया जाएगा।