कोलंबो, 05 नवंबर। श्रीलंका की पूर्व राष्ट्रपति चंद्रिका भंडारनायके कुमारतुंगा ने अपने सुरक्षा दस्ते में शामिल अधिकारियों और जवानों की संख्या में कटौती किये जाने पर गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने कहा है कि सुरक्षा बेड़े में की गई कटौती से उन्हें कोई भी निशाना बना सकता है। उन्होंने इस चिंता में अपने पति विजया कुमारतुंगा की हत्या का भी जिक्र किया है।

श्रीलंका के अखबार डेली मिरर के अनुसार पूर्व राष्ट्रपति चंद्रिका भंडारनायके कुमारतुंगा ने अपनी चिंता से सार्वजनिक सुरक्षा मंत्रालय के सचिव रवि सेनेविरत्ने को पत्र लिखकर अवगत कराया है। उन्होंने कहा कि उनके सुरक्षा अधिकारियों की संख्या 50 से घटाकर केवल 30 कर दी गई है। पूर्व राष्ट्रपति के अनुसार उनके सुरक्षा प्रमुख और सुरक्षा प्रभाग के निदेशक एसएसपी चंद्रकुमार ने विशेष सुरक्षा प्रभाग के प्रभारी सीनियर डीआईजी अजित हेसिरी को सूचित किया था कि उनकी सुरक्षा के लिए कम से कम 50 अधिकारी आवश्यक हैं।

चंद्रिका भंडारनायके कुमारतुंगा ने कहा कि वह सबसे अधिक जोखिम वाले पूर्व राष्ट्रपतियों में से एक हैं। उन पर एक बार हमला भी हो चुका है। लिट्टे ने 2006 और 2014 में उन्हें निशाना बनाने की घोषणा की थी। उन्होंने दावा किया कि पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे के सुरक्षा बेड़े में 243, पूर्व राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना की सुरक्षा में 109 और गोटबाया राजपक्षे के सुरक्षा दस्ते में 200 अधिकारी और कर्मचारी हैं। पत्र में उन्होंने इतनी बड़ी संख्या में कटौती के पीछे के तर्क पर सवाल उठाते हुए हैरानी जताई है।