कोलकाता, 04 नवंबर  पश्चिम बंगाल के सात जिलों में आतंकी नेटवर्क स्थापित करने का खतरनाक मंसूबा लेकर आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) सक्रिय हो गया है। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की मदद से जेएमबी बंगाल के कई गैर-मान्यता प्राप्त मदरसों को निशाना बना रहा है।

खुफिया एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि इन स्थानों पर जेएमबी आतंकी मॉड्यूल तैयार कर रहा है और अपने आतंकी नेटवर्क का विस्तार कर रहा है।

सूत्रों के मुताबिक, आईएसआई ने बांग्लादेश में स्थित जेएमबी के कई बड़े नेताओं के साथ बैठक कर पश्चिम बंगाल और असम के सीमावर्ती इलाकों में आतंकियों का नेटवर्क मजबूत करने का निर्देश दिया है। असम में बरपेटा, नलबाड़ी, धुबरी जिले और पश्चिम बंगाल में मालदा, मुर्शिदाबाद और उत्तर दिनाजपुर को मुख्य निशाना बनाया जा रहा है। इन जिलों में पहले भी जेएमबी ने आतंकी मॉड्यूल बनाए थे, जो अब भी सक्रिय नहीं हैं, लेकिन जेएमबी को इन्हें फिर से सक्रिय करने का निर्देश मिला है।

खुफिया एजेंसियों ने हाल ही में राज्य पुलिस और कोलकाता पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स को इस बारे में सतर्क किया है, जिसके बाद पूरे राज्य में सतर्कता बढ़ा दी गई है। बताया जा रहा है कि जेएमबी के आतंकी सदस्य छोटे समूहों में गैर-मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थानों के शिक्षकों से संपर्क कर उन्हें ब्रेनवॉश करने की कोशिश कर रहे हैं। इसके बाद इन संस्थानों में छात्रों की भर्ती कर आतंकवादी विचारधारा का प्रचार किया जा रहा है। पिछले दिनों भी इसी तरीके से जेएमबी ने कई जगहों पर गुप्त शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना की थी, जिनमें छात्रों को गुमराह किया जाता था।

खबरों के अनुसार, आईएसआई की ओर से जेएमबी के आतंकी सदस्यों को वित्तीय सहायता भी दी जा रही है। आईएसआई का मकसद है कि जेएमबी आतंकी इस क्षेत्र में गुप्त रूप से नेटवर्क का विस्तार कर सकें और भविष्य में बड़े हमले के लिए प्रशिक्षित हों। बताया जा रहा है कि जेएमबी के नए सदस्यों को पाकिस्तान या पाक अधिकृत कश्मीर में प्रशिक्षण दिया जा सकता है। इसके अलावा बांग्लादेश में भी आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर बनाए जाने की संभावना है, जहां इन नए सदस्यों को विस्फोटक बनाने और हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जाएगी।

खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, जेएमबी के आतंकी अब भी ‘बड़ा बांग्लादेश’ बनाने के सपने को लेकर सक्रिय हैं, जिसमें असम और पश्चिम बंगाल को जोड़ने की योजना है। केंद्र सरकार की एजेंसियां जेएमबी की इस साजिश को नाकाम करने के लिए पुराने स्लीपर सेल के सदस्यों पर नजर रख रही हैं और राज्य पुलिस के सहयोग से सतर्कता बरती जा रही है।

राज्य पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों के संयुक्त प्रयासों से खतरनाक आतंकी मंसूबों पर कड़ी निगरानी जारी है, ताकि जेएमबी का नेटवर्क बंगाल में फैलने से रोका जा सके।