कोलकाता, 29 अक्टूबर । पश्चिम बंगाल में माकपा राज्य कमेटी की एक महत्वपूर्ण बैठक बुधवार को आयोजित होगी। इसमें पार्टी के निलंबित नेता तन्मय भट्टाचार्य के खिलाफ लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों पर फैसला लिया जाएगा। एक महिला यूट्यूबर ने भट्टाचार्य पर ये गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसके बाद उन्हें रविवार शाम को पार्टी से निलंबित कर दिया गया था।

उसी दिन, भट्टाचार्य को पूछताछ के लिए दूसरी बार उत्तर कोलकाता के बारानगर पुलिस थाने बुलाया गया, जहां उनका निवास स्थित है।

पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि बुधवार की बैठक में इस पर भी विचार हो सकता है कि आंतरिक शिकायत समिति में पार्टी से बाहर के किसी व्यक्ति को शामिल किया जाए या नहीं, जो भट्टाचार्य के खिलाफ जांच करेगी। यह निर्णय लिया गया है कि जब तक आंतरिक शिकायत समिति की अंतिम रिपोर्ट नहीं आती, तब तक भट्टाचार्य निलंबित रहेंगे।

यह भी संभव है कि आंतरिक शिकायत समिति के सदस्य अन्य महिला पत्रकारों से भी बातचीत कर सकते हैं ताकि भट्टाचार्य के साथ उनके अनुभवों के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सके।

सोमवार को भट्टाचार्य से बारानगर पुलिस स्टेशन में लंबी पूछताछ की गई। पुलिस ने महिला यूट्यूबर से भी पूछताछ कर उसके बयान को विस्तार से दर्ज किया।

पूछताछ के बाद, भट्टाचार्य ने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को एक साजिश करार देते हुए अपनी छवि को खराब करने का प्रयास बताया। उन्होंने महिला यूट्यूबर द्वारा फेसबुक लाइव सत्र में उठाए गए हर आरोप का खंडन किया। हालांकि, भट्टाचार्य ने पार्टी के निलंबन निर्णय पर कोई नकारात्मक टिप्पणी नहीं की।

भट्टाचार्य ने कहा, “मैं एक कम्युनिस्ट हूं और जीवन के अंत तक कम्युनिस्ट रहूंगा। मैं मृत्यु तक माकपा का कार्यकर्ता रहूंगा। अगर मेरी पार्टी मुझे दोषी मानकर निष्कासित भी कर देती है, तो भी मैं अंतिम दिन तक एक कम्युनिस्ट ही रहूंगा। चाहे मैं माकपा का कार्यकर्ता रहूं या न रहूं, मैं एक कम्युनिस्ट ही बना रहूंगा।”