कोलकाता, 29 अक्टूबर। इंटरव्यू लेने पहुंची महिला यूट्यूबर की गोद में बैठकर विवादों में घिरे माकपा नेता तन्मय भट्टाचार्य ने एक और अजीबो-गरीब बयान दिया है। सोमवार को बराहनगर थाने से पूछताछ के बाद देर शाम को बाहर निकल कर उन्होंने महिला के वजन का मजाक उड़ाया। उसके बाद अब पता चला है कि उन्हें एक बार फिर पुलिस ने पूछताछ के लिए बुधवार को बुलाया है। दूसरी ओर सोमवार देर रात को महिला यूट्यूबर को बुलाकर उसका भी बयान रिकॉर्ड किया गया है।
तन्मय भट्टाचार्य का इस मामले में कहना है कि यह एक “सोची-समझी साजिश” है और उन्होंने सभी आरोपों को निराधार बताया है। तन्मय ने तर्क दिया कि महिला का वजन 40 किलोग्राम है, जबकि उनका खुद का वजन 83 किलोग्राम है। उनके अनुसार, यदि वास्तव में वे महिला यूट्यूबर की गोद में बैठे होते, तो क्या वह स्वस्थ रहतीं? इस बयान से विवाद बढ़ गया है और लोग उनके इस तर्क पर हैरान हैं।
सोमवार को तन्मय को करीब तीन घंटे तक पुलिस ने पूछताछ की। पुलिस से पूछताछ के बाद उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस में अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को झूठा बताया। उनका कहना था कि जिस घटना का जिक्र किया गया है, वह कभी हुई ही नहीं। उन्होंने कहा कि महिला यूट्यूबर उनके घर से सुबह करीब 10.40 बजे हंसते हुए बाहर गई थीं और इसके बाद वे सॉल्टलेक में एक और इंटरव्यू के लिए गईं। तन्मय ने कहा, “जो व्यक्ति मानसिक और शारीरिक रूप से इतना प्रभावित है, क्या वह पूरे दिन काम कर सकता है?”
इस मामले में तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष ने तन्मय की गिरफ्तारी की मांग की है। वहीं, राज्य के विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने निष्पक्ष जांच की मांग की है और कहा है कि आरोप को गंभीरता से लिया जाना चाहिए।
माकपा के सूत्रों के अनुसार, पार्टी की आंतरिक समिति (आईसीसी) इस मामले की जांच करेगी। समिति में तन्मय के व्यवहार और अन्य महिला पत्रकारों के साथ उनकी बातचीत का भी अध्ययन किया जाएगा। वहीं, शिकायतकर्ता महिला यूट्यूबर ने भी पार्टी की आंतरिक जांच पर सवाल उठाते हुए कहा कि किसी राजनीतिक दल को अपने सदस्यों का न्याय करने का अधिकार नहीं है। उन्होंने पुलिस से निष्पक्ष जांच की उम्मीद जताई है और कहा है कि यह समाज सुधार का समय है, राजनीति का नहीं।
बराहनगर पुलिस थाने में महिला यूट्यूबर की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है और पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है।