कोलकाता, 28 अक्टूबर । एसएसकेएम अस्पताल में एक ऑपरेशन के दौरान जंग लगी कैंची के टूटने का मामला सामने आया है। इस घटना की जानकारी डॉक्टर रश्मि चटर्जी ने सोमवार को सोशल मीडिया पर एक तस्वीर पोस्ट करके दी। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन के दौरान कैंची उनके हाथों में ही टूट गई। डॉक्टर रश्मि का कहना है कि यह पहली बार नहीं है, इससे पहले भी ऑपरेशन के दौरान कैंची और चाकू टूटने की घटनाएं हो चुकी हैं।
मामला 22 अक्टूबर का है, जब डॉक्टर रश्मि एक प्रसूता का ऑपरेशन कर रही थीं। ऑपरेशन के दौरान जंग लगी कैंची अचानक टूट गई। डॉक्टर ने तुरंत ऑपरेशन थिएटर (ओटी) की सिस्टर-इन-चार्ज को इस बारे में जानकारी दी और टूटी हुई कैंची हटाकर नई कैंची से ऑपरेशन पूरा किया। मरीज और उसका नवजात बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।
डॉक्टर रश्मि ने बताया कि उन्होंने पहले भी एसएसकेएम अस्पताल में ऐसे कई ऑपरेशन देखे हैं, जहां ऑपरेशन के दौरान कैंची और चाकू टूट चुके हैं। हाल ही में, 19 अक्टूबर को भी ऐसा ही एक हादसा हुआ था, जब ऑपरेशन के दौरान कैंची दो हिस्सों में टूट गई थी। इस बार उन्होंने पहली बार मौखिक रूप से शिकायत दर्ज करवाई है।
जूनियर डॉक्टरों ने इस घटना को सोशल मीडिया पर साझा किया, जिसके बाद सरकारी अस्पताल की सुविधाओं पर कई लोगों ने सवाल उठाए हैं। रश्मि के मुताबिक, ऑपरेशन के दौरान टूटे उपकरण से मरीजों को गंभीर खतरा हो सकता है। उन्होंने कहा, “ऐसे उपकरण पेट में गंभीर चोट पहुंचा सकते हैं।”
यह घटना आरजी कर अस्पताल की उस घटना से मिलती-जुलती है, जब वहां खून के धब्बों वाले ग्लव्स भेजे गए थे। उस समय स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम ने जांच के आदेश दिए थे।
इस बार एसएसकेएम में कैंची टूटने की घटना के बाद जूनियर डॉक्टरों ने स्थायी समाधान की मांग की है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को भी इस घटना की जानकारी दी है, लेकिन अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।