कोलकाता, 27 अक्टूबर । आरजी कर मेडिकल कॉलेज की महिला डॉक्टर को न्याय दिलाने के लिए पश्चिम बंगाल के जूनियर डॉक्टरों ने एक बार फिर 30 अक्टूबर को सीबीआई दफ्तर तक रैली निकालने का फैसला किया है। यह निर्णय शनिवार देर रात आयोजित सम्मेलन के बाद लिया गया, जिसमें राज्य के विभिन्न सरकारी मेडिकल कॉलेजों के डॉक्टरों के साथ सिविल सोसाइटी के प्रतिनिधि और बांग्ला मनोरंजन उद्योग के कलाकार भी शामिल हुए। सम्मेलन के बाद डॉक्टरों ने कैंडल मार्च निकाला।

आंदोलन की अगुवाई कर रहे अनिकेत महतो ने बताया कि 30 अक्टूबर को सीबीआई दफ्तर के बाहर रैली निकालने का निर्णय लिया गया है।

सम्मेलन का आयोजन पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फोरम (डब्ल्यूबीजेडीएफ) ने किया। जिसमें फोरम के 32 प्रतिनिधियों के साथ-साथ सिविल सोसाइटी और अन्य क्षेत्रों के लोग शामिल हुए। सम्मेलन छह घंटे से अधिक समय तक चला।

21 अक्टूबर को डॉक्टरों ने अपना अनशन समाप्त किया था, जो 5 अक्टूबर से चल रहा था। प्रमुख आंदोलनकारी किनजल नंदा ने कहा, “हमने मजिस्ट्रेट जांच की मांग इसलिए की थी क्योंकि हमें सच्चाई जाननी है। न केवल न्याय चाहिए, बल्कि हमें पूरे सिस्टम की सफाई भी चाहिए।”

आरजी कर अस्पताल में महिला डॉक्टर का शव मिलने के बाद 9 अगस्त को जूनियर डॉक्टरों ने ‘सीज-वर्क’ आंदोलन शुरू किया था, जो 42 दिनों तक चला।

आंदोलन ने अब व्यापक आंदोलन का रूप ले लिया है। डॉक्टरों की मांग है कि राज्य सरकार इस मामले में सख्त कदम उठाए जिससे आरजी कर मेडिकल कॉलेज की महिला डॉक्टर को न्याय मिले।