उदयपुर, 18 अक्टूबर। उदयपुर में शुक्रवार अल सुबह वन विभाग और पुलिस टीम ने एक तेंदुए के नजर आते ही गोली मार दी। फिलहाल वन विभाग संभावना ही जता रहा है कि यही वह तेंदुआ है जिसने बीते दिनों 9 लोगों को अपना शिकार बना लिया था। तेंदुए को शहर के नजदीक मदार गांव में गोली मारी गई।
वन विभाग के डीएफओ अजय चित्तौड़ा ने बताया कि अभी कहा नहीं जा सकता कि यह वही आदमखोर तेंदुआ है। जांच के बाद ही इसकी पुष्टि हो सकती है।
उदयपुर रेंज आईजी राजेश मीणा ने बताया कि जंगल में तलाशी के दौरान पुलिस टीम पर तेंदुए ने हमला किया था। इस दौरान उसे 4 गोली मारी गई। तेंदुआ वहीं ढेर हो गया। इसी क्षेत्र में दो दिन पहले 2 महिलाओं पर तेंदुए ने हमला किया था जिनमें से एक की मौत हो गई थी। पुलिस और वन विभाग की टीम यहां लगाई गई थीं। गुरुवार शाम को भी तेंदुआ नजर आया था, उस पर फायर भी किया था, लेकिन वह झाड़ियों में गायब हो गया था। शुक्रवार सुबह साढ़े 7 बजे घेरा बनाकर आगे बढ़ रहे थे। इसी दौरान तेंदुए ने एक पुलिसकर्मी पर छलांग लगाने की कोशिश की तो जवान ने उस पर फायर कर दिया। पहली गोली तेंदुए के गर्दन में लगी। उसे 4 गोलियां मारी गईं। तेंदुए के आदमखोर होने की जानकारी अभी स्पष्ट नहीं है।
उल्लेखनीय है कि मदार गांव में बीते करीब 5 दिन में तेंदुए के तीन हमले हुए हैं। बुधवार को खेत में काम कर रही 2 महिलाओं पर हमला किया था। दोनों घायल हो गई थीं। इनमें से एक महिला मांगीबाई के गले पर तेंदुए ने हमला किया था। इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया था।
फिलहाल तेंदुए को गोली मारने के बाद भी स्थानीय लोगों में नाराजगी है। ग्रामीणों का कहना है कि विभाग पूरी जानकारी नहीं दे रहा है। मारा गया तेंदुआ आदमखोर ही है, इसे लेकर अभी शंका है। इसलिए वे हथियार लेकर घूम रहे हैं। मदार, बांदरवाड़ा, राठौड़ों का गुड़ा, कायलों का गुड़ा, गोडान कला गांव के लोगों ने गुरुवार रात को मीटिंग की थी। इसमें तय किया था कि अब गांव वाले हथियारों के साथ पूरे जंगल को घेरेंगे। अपने स्तर पर तेंदुए को पकड़ने के लिए घेरा डालेंगे। इसके लिए शुक्रवार सुबह से ही ग्रामीण जुटने लगे थे, इस बीच टीम की तरफ से तेंदुए को गोली मार दी गई।