कोलकाता, 10 अक्टूबर। आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के जूनियर डॉक्टरों द्वारा बलात्कार और हत्या के मामले में न्याय की मांग को लेकर किए जा रहे अनशन को आज गुरुवार छह दिन हो गए हैं।

बुधवार आधी रात के बाद राज्य सरकार और जूनियर डॉक्टरों के बीच हुई महत्वपूर्ण बैठक के बावजूद कोई ठोस निष्कर्ष नहीं निकल पाया। जूनियर डॉक्टरों को अब तक यह लिखित आश्वासन नहीं मिला है कि उनकी मांगों को कब तक पूरा किया जाएगा।

इस गतिरोध के बीच, पिछले दो दिनों में राज्य के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों के 250 से अधिक सीनियर डॉक्टरों और मेडिकल एकेडेमिक समुदाय के सदस्यों ने सामूहिक रूप से अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। अगले कुछ दिनों में और अधिक डॉक्टरों के इस्तीफा देने की संभावना है।

इस्तीफा देने वाले डॉक्टरों ने कहा कि यदि आवश्यक हुआ, तो वे व्यक्तिगत रूप से अपने इस्तीफे राज्य सरकार को सौंप देंगे।

इस बीच, जूनियर डॉक्टरों और कुछ प्रमुख समाजसेवी हस्तियों की अपील पर, दुर्गा पूजा के दौरान पंडाल भ्रमण कर रहे कुछ श्रद्धालुओं ने समय निकालकर भूख हड़ताल स्थल का दौरा किया और जूनियर डॉक्टरों के प्रति अपनी एकजुटता व्यक्त की।

वहीं, पीड़िता के माता-पिता भी मंगलवार शाम से उत्तर 24 परगना जिले के पानीहाटी स्थित अपने घर के सामने धरने पर बैठे हुए हैं। उन्होंने कहा है कि वे शनिवार तक वहां धरने पर बने रहेंगे।

पीड़िता की मां ने कहा कि मैंने अपनी बेटी को खो दिया है, लेकिन अब मेरे पास न्याय की मांग करने वाले कई बच्चे हैं। इनमें से कुछ अनशन पर बैठे हैं। हम यहां अपने घर के सामने दीप जलाकर बैठे हैं। मैं मां दुर्गा से प्रार्थना करती हूं कि इस बार जब वह लौटें, तो समाज के सभी राक्षसों और बुराइयों को खत्म कर दें।