कोलकाता, 29 सितम्बर । आरजीकर दुष्कर्म और हत्याकांड को लेकर जूनियर डॉक्टरों के दोबारा हड़ताल पर जाने के अल्टीमेटम पर तृणमूल नेता कुणाल घोष ने सवाल खड़े किए हैं।
घोष ने फेसबुक पेज पर लिखा – “सीबीआई जांच चल रही है और मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। इस बीच पूजा भी है। इस हालत में हड़ताल की चेतावनी क्या यह ख़तरे का संकेत नहीं है?” उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि इस ‘अस्थिरता’ के पीछे किसका हाथ है? उन्होंने आगे कहा कि बुनियादी ढांचे में सुधार हुआ है, और अधिक काम करने का प्रयास किया जा रहा है। फिर भी, फिर से हड़ताल? कौन, क्यों, किसकी बात पर, किसकी ओर से ये अस्थिरता मांग रहे हैं?
उल्लेखनीय है कि आरजी कर अस्पताल में युवा डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के मामले में न्याय की मांग को लेकर जूनियर डॉक्टर लगातार आंदोलन कर रहे हैं। करीब डेढ़ महीने तक हड़ताल पर रहने के बाद राज्य सरकार की ओर से आश्वासन मिलने के बाद काम पर लौटे हैं। इस बीच फिर हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। शनिवार रात हुई बैठक के बाद पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट के प्रतिनिधियों ने कहा कि अगर वे सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के फैसले से संतुष्ट नहीं हुए तो उसी दिन शाम पांच बजे से सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में पूर्ण हड़ताल शुरू करेंगे।