कोलकाता, 28 सितंबर। पश्चिम बंगाल के मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम द्वारा बाढ़ पीड़ितों के लिए लाई गई राहत सामग्री मालदा के मानिकचक ब्लॉक में लूट ली गई। शनिवार को मंत्री बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में राहत सामग्री लेकर पहुंचे थे, लेकिन वितरण के दौरान कुछ लोगों ने लूटपाट शुरू कर दी। राहत वितरण की जिम्मेदारी संभालने वाले अधिकारी इसे रोकने में असफल रहे, और बारिश के बीच कुछ लोग ट्रक पर चढ़कर राहत सामग्री लेकर भाग निकले। इस घटना ने पूरे इलाके में तनाव पैदा कर दिया।
शनिवार को फिरहाद हकीम ने मानिकचक ब्लॉक के बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का संदेश भी सुनाया। गंगा के कटाव से प्रभावित मानिकचक के गोपालपुर में ममता बनर्जी ने फोन पर बाढ़ पीड़ितों को मदद का भरोसा दिया। लेकिन मंत्री के वहां से जाने के तुरंत बाद ही राहत सामग्री लेने के लिए भगदड़ मच गई।
फिरहाद हकीम ने बाढ़ की स्थिति का जायजा लेते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर राहत सामग्री लाकर पीड़ितों को दी जा रही है, लेकिन केंद्र सरकार ने अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन नहीं किया है। हकीम ने कहा, “यहां बाढ़ की स्थिति भयावह है। गंगा के कटाव से एक ओर क्षेत्र तबाह हो गया है, लेकिन केंद्र सरकार के सहयोग के बिना और लगातार हो रही बारिश के चलते कटाव को रोकने के काम में बाधा आई। कई दिनों से हो रही बारिश से गंगा का जलस्तर बढ़ गया है। हम मालदा के मानिकचक और भूतनीचर के बाढ़ पीड़ितों के साथ खड़े हैं।”
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने फोन पर संदेश देते हुए कहा कि सरकार हर संभव सहायता करेगी। उन्होंने निर्देश दिया कि बाढ़ पीड़ितों को किसी भी प्रकार की समस्या न हो और उन्हें पर्याप्त राहत सामग्री मिले। उन्होंने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिया कि वे पीड़ितों की समस्याओं का तत्काल समाधान करें।
राहत सामग्री वितरण के दौरान आखिरी चरण में स्थिति बेकाबू हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अचानक भीड़ बढ़ गई और हर कोई राहत सामग्री के लिए हाथ बढ़ाने लगा। कुछ लोग जिन्हें राहत नहीं मिली, उन्होंने शोर-शराबा करना शुरू कर दिया। बारिश में भीगते हुए कई लोग बिना राहत सामग्री के ही वापस लौट गए। इस अफरातफरी पर प्रशासन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।