कोलकाता, 22 सितंबर‌। शिक्षा, साहित्य, संस्कृति, धर्म, अध्यात्म व भाषा के उत्थान को समर्पित संस्थान समर्पण ट्रस्ट के तत्वावधान में हिंदी पखवाड़ा के अवसर पर “हिंदी के उत्थान में हिंदीत्तर प्रांतों का योगदान” विषयक एक राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन 24 सितम्बर को आईसीसीआर में किया गया है। इस सेमिनार का उद्घाटन बाबा साहब अंबेडकर शिक्षण विश्वविद्यालय की कुलपति व ख्यातिलब्ध शिक्षाविद् प्रो. सोमा बंद्योपाध्याय द्वारा किया जायेगा। सेमिनार की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार व ताजा टीवी के निदेशक विश्वंभर नेवर करेंगे। समर्पण ट्रस्ट के महासचिव प्रदीप ढेढिया ने रविवार को इस बारे में जानकारी दी है। ढेडिया ने बताया कि अहिंदी प्रदेश पश्चिम बंगाल का हिंदी के प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका रही है। कोलकाता, बैरकपुर, हावड़ा, दुर्गापुर, रानीगंज, आसनसोल तथा उत्तर बंगाल इस प्रदेश के प्रमुख हिंदी क्षेत्र है। राज्य के 36 विश्वविद्यालयों में से 10 विश्वविद्यालयों में हिंदी का पठन पाठन होता है। इस सेमिनार में उक्त दसों विश्वविद्यालय के हिंदी के प्रोफेसर तथा हिंदी से संबद्ध विभिन्न क्षेत्रों के अध्येता उक्त विषय पर सारगर्भित व्याख्यान के साथ साथ अपने अनुभव भी साझा करेंगे। सेमिनार में प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर वेदरमण, विद्यासागर प्रातःकालीन महाविद्याल के सहायक प्राध्यापक डा. अभिजीत सिंह, काजी नजरुल विवि की सहायक प्राध्यापक डा. काजू साव, कूचबिहार पंचानन वर्म विश्वविद्यालय की सहायक प्राध्यापक डा. रीता चौधरी, हिंदी सेवी व लेखक आईपी टांटिया, वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी अजयेंद्रनाथ त्रिवेदी, वरिष्ठ साहित्यकार डा. ऋषिकेश राय, वरिष्ठ पत्रकार संजय हरलालका, नाट्यविद् उमा झुनझुनवाला अपने विचार साझा करेंगे। सेमिनार में हिंदी भाषा के प्रसार और विकास में हिंदीत्तर प्रांतों के योगदान पर गहन चर्चा होगी। ट्रस्ट के जनसंपर्क सचिव अभ्युदय दुगड़ ने बताया कि इस अवसर पर हिंदी भाषा के उत्थान में विशेष योगदान देने वाले विद्वानों को सम्मानित भी किया जायेगा। उन्हें साहित्य सेवी सम्मान 2024, राजभाषा सेवा सम्मान 2024 और समर्पण पत्रकार गौरव सम्मान प्रदान किया जायेगा। यह सम्मान उन लोगों को दिया जायेगा, जिन्होंने अपने कार्यों से हिंदी भाषा व साहित्य को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।